ढाका
अकबर अली की एक गलती लगभग बांग्लादेश ‘ए’ टीम की जीत छीन लेती, लेकिन अंततः नाटकीय सुपर ओवर में सुयश शर्मा की वाइड गेंद ने बांग्लादेश को राहत दे दी और टीम को राइजिंग स्टार्स एशिया कप के फाइनल में पहुंचा दिया।
पूरे मैच में बांग्लादेश से कई गलतियाँ हुईं—कैच छूटे, फील्डिंग में चूकें हुईं—और 194 रन बनाने के बावजूद मुकाबला आखिरी गेंद तक खिंच गया। भारत को अंतिम गेंद पर 4 रन चाहिए थे। वे 2 रन ले चुके थे, लेकिन तभी अकबर अली स्टंपिंग का मौका चूक गए। भारत ने इसका फायदा उठाया, एक और रन लिया और मैच को बराबरी पर ले आए।
सुपर ओवर में भी बांग्लादेश से ग़लतियाँ जारी रहीं। सिर्फ 1 रन जीत के लिए काफी था, फिर भी अनुभवी यासिर अली रब्बी छक्का लगाने की कोशिश में बाउंड्री पर कैच दे बैठे। एक बार फिर मैच टाई होने का खतरा मंडराने लगा।
लेकिन इस बार भारतीय स्पिनर सुयश शर्मा की वाइड गेंद ने बांग्लादेश को मौका दिया और गलती की आशंका खत्म हो गई। जीत भले ही बांग्लादेश के हिस्से आई, लेकिन अकबर अली की चूक पर जमकर आलोचना हो रही है।
मैच के बाद अकबर ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा,“मैं सबसे पहले सभी से माफ़ी मांगता हूँ। मुझे पता था कि उन्हें 4 रन चाहिए, लेकिन पता नहीं उस समय मेरे दिमाग में क्या चला और मैंने गेंद फेंक दी। शुरुआत में तो मुझे लगा था कि अगर मैं और सोहन 180 तक ले जाएँ तो ठीक है। बाद में लगा कि 175 भी काफी होगा। लेकिन रब्बी और मेहराब ने शानदार अंत किया।”
अकबर ने गेंदबाजी पर बात करते हुए कहा,“शुरुआत खराब नहीं थी, लेकिन उन्होंने अच्छा खेला। हम विकेट लेना चाहते थे। रिपन मंडल का 19वां ओवर शानदार रहा, जिसने हमें मैच में वापस ला दिया। मुझे भरोसा था कि रकीबुल हसन आखिरी ओवर में काम करेंगे और उन्होंने किया भी। लेकिन कैच छूटने और फील्डिंग की गलतियों ने मैच को सुपर ओवर तक पहुँचा दिया।”
अंत में उन्होंने कहा,“मुझे अभी भी समझ नहीं आ रहा कि आखिरी 20 मिनट में क्या हुआ। इसे देखेंगे, सीखेंगे और फाइनल की तैयारी करेंगे।”