दुबई
भारतीय क्रिकेट के दो चमकते सितारे — सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा और महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना — को सितंबर 2025के लिए आईसीसी (ICC) के महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में चुना गया है। अभिषेक को यह सम्मान एशिया कप 2025में दमदार प्रदर्शन के लिए, जबकि मंधाना को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज़ में शानदार पारियों के लिए दिया गया।
अभिषेक शर्मा का शानदार फॉर्म
25वर्षीय अभिषेक ने सितंबर में खेले गए 7टी20अंतरराष्ट्रीय मैचों में 44.85की औसत और 200के स्ट्राइक रेट से कुल 314रन बनाए। इस प्रदर्शन के दम पर उन्हें एशिया कप 2025का प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था।
आईसीसी टी20रैंकिंग में उन्होंने अब तक का अपना सर्वोच्च रेटिंग स्कोर भी हासिल किया।अभिषेक ने इस अवॉर्ड के लिए अपने साथी कुलदीप यादव और जिम्बाब्वे के ब्रायन बेनेट को पीछे छोड़ा। इस उपलब्धि पर उन्होंने कहा:"आईसीसी का यह सम्मान पाकर बेहद गर्व महसूस हो रहा है। यह पुरस्कार उन महत्वपूर्ण मुकाबलों की याद दिलाता है, जहां मेरी बल्लेबाज़ी टीम को जीत दिलाने में मददगार साबित हुई। हमारी टीम की संस्कृति और जज़्बा हमें सबसे कठिन हालात में भी मुकाबला जीतने में सक्षम बनाता है।"
स्मृति मंधाना का ऐतिहासिक प्रदर्शन
दूसरी ओर, महिला क्रिकेट में स्मृति मंधाना का बल्ला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में जमकर बोला। उन्होंने तीन वनडे मैचों में 58, 117और 125रन की पारियां खेलीं।
सितंबर महीने में उन्होंने कुल चार एकदिवसीय मैचों में 77की औसत और 135.68के स्ट्राइक रेट से 308रन बनाए।सबसे खास बात यह रही कि मंधाना ने तीसरे वनडे में सिर्फ 50गेंदों में शतक जड़कर किसी भी भारतीय महिला बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज़ वनडे सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
इस कैटेगरी में मंधाना ने दक्षिण अफ्रीका की तजमीन ब्रिट्स और पाकिस्तान की सिदरा अमीन को पछाड़ते हुए यह खिताब जीता।
मंधाना ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा:"इस तरह का सम्मान हर खिलाड़ी को आगे बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। मेरा लक्ष्य हमेशा से यही रहा है कि जब भी मैदान पर उतरूं, टीम के लिए जीत में योगदान दे सकूं।"
अभिषेक शर्मा और स्मृति मंधाना दोनों ही खिलाड़ियों ने न सिर्फ़ व्यक्तिगत प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा, बल्कि भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की झलक भी दिखाई। आईसीसी का यह सम्मान निश्चित रूप से उनके आत्मविश्वास को और मज़बूती देगा, खासकर ऐसे समय में जब भारत पुरुषों और महिलाओं दोनों स्तर पर वैश्विक टूर्नामेंट्स की तैयारी कर रहा है।