कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं और फलों की ढुलाई के लिए विशेष ट्रेन चलवाएं रेल मंत्री: उमर

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 09-09-2025
Railway Minister should run special trains to transport essential goods and fruits in Kashmir: Omar
Railway Minister should run special trains to transport essential goods and fruits in Kashmir: Omar

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से घाटी में आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई और देश की बड़ी मंडियों (थोक बाजार) तक फलों को पहुंचाने के लिए कश्मीर तथा देश के अन्य हिस्सों के बीच विशेष ट्रेन संचालित करने की अपील की.
 
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है, जिससे बागवानी उत्पाद ले जा रहे सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं.
 
अब्दुल्ला ने यहां अपने निजी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे (रेलवे) ट्रैक खुले हैं। मैं रेल मंत्री से अनुरोध करूंगा कि अगर कश्मीर में आवश्यक आपूर्ति लाने और यहां से फल ले जाने के लिए दो-चार विशेष ट्रेन संचालित की जाएं तो लोगों को कुछ राहत मिलेगी.
 
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को बाढ़ तथा उसके बाद विभिन्न कारणों से नुकसान हुआ है और उन्हें उम्मीद है कि केंद्र इन नुकसानों की भरपाई करेगा.
 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किश्तवाड़ में कई जानें गई हैं, आवासीय मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, सरकारी बुनियादी अवसंरचना को भी बाढ़ से नुकसान पहुंचा है। बारिश से फलों को नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन राजमार्ग बंद होने के कारण वे ट्रकों में सड़ रहे हैं.
 
उन्होंने कहा कि विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर स्थिति का प्रत्यक्ष आकलन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दौरा किया था और इस दौरे के बाद नुकसान का आकलन करने के मकसद से एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम जम्मू कश्मीर आई थी.
 
उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्री ने यहां पूरा दिन बिताया। ऐसा नहीं है कि यहां कोई नहीं आया... हम उम्मीद करते हैं कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान के लिए हमें मुआवजा दिया जाएगा.
 
आम आदमी पार्टी (आप) विधायक मेहराज मलिक के खिलाफ जन सुरक्षा कानून(पीएसए) लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अनावश्यक है.
 
उन्होंने कहा, ‘‘अब उन्होंने ऐसा क्या किया कि उन पर पीएसए लगाया गया? मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि इतना कड़ा कानून क्यों लगाया गया, उन्होंने क्या किया? क्या कानून-व्यवस्था की कोई समस्या थी? क्या कहीं पथराव हुआ था? अगर विधायक ने कोई गलती की थी, तो उसे विधानसभा अध्यक्ष की निगरानी में ठीक किया जा सकता है.