आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
आजकल ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना आम बात हो गई है। स्विगी और जोमैटो जैसी फूड डिलीवरी ऐप्स ने लोगों के लिए घर बैठे मनपसंद डिश मंगवाना बेहद आसान बना दिया है। लेकिन हाल ही में सामने आए एक मामले ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.
एक ग्राहक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि उसने जिस रेस्टोरेंट से खाना स्विगी के जरिए मंगाया, उसका बिल रेस्टोरेंट में सीधे खाने की तुलना में लगभग 80 प्रतिशत ज्यादा था। ग्राहक के मुताबिक, जो खाना रेस्टोरेंट में 810 रुपये का मिला, वही स्विगी पर 1,473 रुपये का पड़ा.
इस बड़े फर्क ने लोगों को हैरान कर दिया है। सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो रहा है और यूजर्स ऐप्स के दाम और छुपे हुए चार्जेज पर सवाल उठा रहे हैं. कई यूजर्स का कहना है कि डिलीवरी चार्ज, पैकेजिंग चार्ज और टैक्स जोड़ने से कीमत इतनी बढ़ जाती है, जबकि कुछ लोग इसे ग्राहकों के साथ सीधा अन्याय बता रहे हैं.
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स ने अब तक इस खास मामले पर कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि, स्विगी और जोमैटो जैसे ऐप्स आमतौर पर कहते रहे हैं कि कीमत रेस्टोरेंट तय करते हैं और वे केवल सेवा शुल्क जोड़ते हैं.
यह घटना एक बार फिर इस बहस को हवा देती है कि क्या ऑनलाइन फूड डिलीवरी सुविधाजनक तो है, लेकिन ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ रही है.