आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंगलवार को एक नया निम्न दाब वाला क्षेत्र तैयार होने के कारण ओडिशा में भारी बारिश हुई, साथ ही अगले चार दिनों में और अधिक वर्षा होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी.
समुद्र में मौसम की दशा मंगलवार और बुधवार को बहुत खराब रहने की संभावना को देखते हुए आईएमडी ने मछुआरों को तीन सितंबर तक ओडिशा तट पर और उसके आसपास के समुद्री इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी है.
आईएमडी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "बंगाल की खाड़ी और उससे संलग्न म्यांमा तट पर ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में दो सितंबर को सुबह साढ़े पांच बजे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. अगले 24 घंटे में इसके और अधिक प्रभावी होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि इसके बाद यह प्रणाली अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए ओडिशा से होकर गुजरेगी.
ओडिशा का पूरा तटीय भाग सोमवार रात से ही बारिश की चपेट में होने के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। भुवनेश्वर और कटक सहित कई शहरी इलाकों में जलभराव की खबर है.
राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बारिश के पानी से मलकानगिरी और मोटू के बीच कंगुरकोंडा में एक पुल के जलमग्न हो जाने से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के साथ सड़क संपर्क टूट गया और पुल के दोनों ओर कई वाहन फंसे हुए हैं.
आईएमडी ने मलकानगिरी और कोरापुट जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा और आंधी-तूफान के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज सतही हवाएं चलने की संभावना जताते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है.