महाराष्ट्र के एक गांव में हर साल मस्जिद में की जाती है गणपति बप्पा की स्थापना

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 01-09-2025
Every year in a village in Maharashtra, Ganpati Bappa is installed in a mosque
Every year in a village in Maharashtra, Ganpati Bappa is installed in a mosque

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 महाराष्ट्र के एक गांव में चार दशक से अधिक समय से एक अनोखा गणेश उत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें एक मस्जिद में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है.
 
स्थानीय गणेश मंडल के संस्थापक अशोक पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अन्यत्र धार्मिक तनाव का सांगली जिले के गोटखिंडी गांव के निवासियों पर कभी असर नहीं पड़ा है। इस गांव की आबादी करीब 15,000 है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के 100 परिवार शामिल हैं.
 
पाटिल (60) ने बताया कि मुसलमान भी इस मंडल के सदस्य हैं. वे ‘प्रसाद’ बनाने, पूजा अर्चना करने और उत्सव की तैयारियों में मदद करते हैं.
 
उन्होंने बताया कि यह परंपरा 1980 में शुरू हुई थी, जब भारी बारिश के कारण हिंदू और मुस्लिम समुदायों के सदस्यों ने सांगली जिले के गोटखिंडी गांव में एक मस्जिद के अंदर गणपति की मूर्ति को ले जाने का फैसला किया था.
 
पाटिल ने कहा, ‘‘तब से यह परंपरा शांतिपूर्वक जारी है और इसमें मुस्लिम समुदाय की सक्रिय भागीदारी है। गांव के झुंझार चौक पर ‘न्यू गणेश तरुण मंडल’ की स्थापना 1980 में हुई थी.
 
मूर्ति को 10 दिन के उत्सव के लिए मस्जिद में रखा जाता है और फिर अनंत चतुर्दशी के दिन उत्सव के समापन पर स्थानीय जलाशय में विसर्जित कर दिया जाता है.
 
पाटिल ने बताया कि एक बार बकरीद और गणेश चतुर्थी की तारीखें एक साथ पड़ीं, तो मुसलमानों ने अपना त्योहार केवल नमाज अदा करके और ‘कुर्बानी’ न देकर मनाया था। उन्होंने कहा, ‘‘वे हिंदू त्योहारों के दौरान भी मांस खाने से परहेज़ करते हैं.
 
उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश को यहां के सामाजिक और धार्मिक सद्भाव के वातावरण से प्रेरणा लेनी चाहिए.
 
पाटिल ने बताया कि हर साल गणेश मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए स्थानीय पुलिस और तहसीलदार को आमंत्रित किया जाता है.
 
इस साल 10 दिवसीय गणपति उत्सव 27 अगस्त से शुरू हुआ.