BJP called GST reforms a 'bumper gift', opposition said: 'GST 2.0' is still awaited
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से संबंधित सुधारों को ऐतिहासिक कदम बताते हुए बृहस्पतिवार को इसकी सराहना की और कहा कि यह दुर्गा पूजा तथा दिवाली जैसे त्योहारों से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नागरिकों को दिया गया ‘‘बंपर उपहार’’ है.
दूसरी तरफ, कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने दावा किया कि अब भी सच्चे "जीएसटी 2.0" (जीएसटी के दूसरे संस्करण) का इंतजार है और यह "जीएसटी 1.5" है क्योंकि अभी यह देखना होगा कि क्या इससे निजी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा और क्या ‘एमएसएमई’ पर बोझ कम होगा.
मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि राज्यों की यह मांग अब भी अनसुलझी है तथा पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गई है कि राजस्व की क्षतिपूर्ति की अवधि को पांच साल के लिए बढ़ाया जाए.
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि दुर्गा पूजा और दिवाली जैसे त्योहारों से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नागरिकों को ‘‘बंपर उपहार’’ दिया गया है.
उन्होंने जीएसटी परिषद द्वारा उठाए गए कदमों में खामियां निकालने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि यह विपक्षी पार्टी के दोहरे मानदंडों को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उन फैसलों का विरोध करते हैं जिनका समर्थन उनकी पार्टी शासित राज्य सरकारों के वित्त मंत्रियों द्वारा किया जाता है.
उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद के सभी निर्णय आम सहमति से लिए गए हैं.
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती संप्रग सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) भी लागू नहीं कर पाई क्योंकि राज्यों को उस पर भरोसा नहीं था। उन्होंने दावा किया कि इसके विपरीत, उस समय कांग्रेस ने मूल्य वर्धित कर (वैट) के जरिए गरीबों और व्यापारियों को ‘लूटा’ और कर चोरी की भरपूर गुंजाइश छोड़ी.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 2017 में जीएसटी लागू करके ‘एक राष्ट्र एक कर’ की अवधारणा को साकार किया.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस के लंबे कार्यकाल में किसी ने भी उसे एकीकृत अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था लागू करने से नहीं रोका था.
कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा यह उल्लेख किए जाने पर कि उनके नेता राहुल गांधी जीएसटी परिषद द्वारा घोषित द्वि-स्तरीय कर ढांचे की लंबे समय से वकालत कर रहे थे, पात्रा ने कहा कि वह ‘‘ला ला लैंड’’ (स्वप्नलोक) में जी रहे हैं और इससे उनकी पार्टी को कोई लाभ नहीं होने वाला है.