यूपी पुलिस ने बुजुर्ग नमाजी को व्हील चेयर सहित मस्जिद पहुंचाया, लोग बोले थैंक्यू सर
मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली
क्या सीएम योगी की दूसरी पारी में उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि बदल रही है ? दरअसल, यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है कि दो दिनों पहले अयोध्या में जितनी तत्परता से सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश करने वालों को दबोचा कर जेल में डाला गया, उसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की खूब तारीफ हो रही है. अभी यह घटना पुरानी भी नहीं पड़ी है कि यूपी पुलिस ने ऐसा ही एक और कारनामा अंजाम देकर अपनी बदलती छवि का ऐहसास करा दिया.
इस बार उत्तर प्रदेश पुलिस ने बेहतरी की मिसाल कायम की है प्रदेश के कौशांबी में. इस घटना से संबंधित एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यूपी पुलिस की जमकर प्रशंसा हो रही है. इस वीडियो को अब तक हजारों लोग लायक और इसपर कमेंट कर चुके हैं. वीडियो पर सभी प्रतिक्रियाएं पुलिस वालों का हौसाला बढ़ाने वाली हैं.
बुजुर्ग नमाजी के मददगार
दरअसल, हुआ यूं कि शुक्रवार को जुमा तुल विदा यानी रमजान के पवित्र महीने के अंतिम शुक्रवार की नमाज अदा करने कौशाम्बी के मंझनपुर में एक बुजुर्ग अपनी व्हील चेयर पर घर से मस्जिद के लिए निकले. एक तो कल गर्मी करीब 46 डिग्री सेल्सियस थी. दूसरा, मस्जिद का रास्ता इतना खराब था कि वह बुजुर्ग चाहकर भी मस्जिद तक नहीं पहुंच पा रहे थे. वहां सड़क भी खुदी हुई थी.
इन दिनों देश के कई हिस्से में कुछ अप्रिय घटनाओं को लेकर कई जगह माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. इसे देखते हुए यूपी में अलविदा की नमाज को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. इसी क्रम में मंझनपुर में भी पुलिस वाले तैनात किए गए थे.
मस्जिद के पास जब पुलिस वालों ने बुजुर्ग को मस्जिद में प्रवेश करने के लिए संघर्ष करते देख तो वहां तैनात कोतवाल विनोद कुमार सिंह और एसपी स्टोनो भवानी सिंह खुद बुजुर्ग के पास आए. उसे व्हीलचेयर समेत उठाया और मस्जिद तक छोड़ कर आए.
यूपी पुलिस की हो रही है वाहवाही
इस वीडियो के वायरल होते ही यूपी पुलिस के लिए कसीदे पढ़े जा रहे हैं. मजे की बात है कि सोशल मीडिया पर इस वीडियो को महिला पत्रकार काविश अजीज ने साझा किया है, जिन्हें यूपी सरकार और पुलिस विरोधी माना जाता है.
इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए हमी खान ने पुलिस वालों को ‘सैल्यूट एवं जयहिंद कहा.’ बरैली के मेडिकल कंसल्टेंट फेम अंसारी ने हाथ जोड़े एमोजी शेयर कर पुलिस वालों के प्रति सम्मान प्रकट किया है.
वाहिद शेख, हरदीप बैसला, राम ने इसके लिए पुलिस वालों को ‘ग्रेट’ बताया है. नौशाद शेख ने लिखा-‘‘बहुत बढ़िया. सैल्यूट एसपी साहब को, कोतवाल साहब को और वहां मौजूद तमाम पुलिस कर्मियों को.’’ सपोर्ट वोमेन ट्विटर हैंडल से कहा गया-‘‘यह है जनता सेवा भाव. बहुत-बहुत धन्यवाद पुलिस अधिकारियों का. इससे समाज में पुलिस के प्रति एक अच्छा संदेश जाएगा.’’
बहरहाल, काविश अजीज के इस वीडियो को खबर लिखने तक 579 लोग री-ट्वीट और 2,153 लोग लाइक कर चुके थे.
24 घंटे में किया गिरफ्तार
इससे पहले अयोध्या पुलिस ने अपनी मुस्तैदी दिखकर धर्मनगरी के माध्यम से देशभर में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश को बड़ी मुस्तैदी से नाकाम कर दिया. कुछ लोग अयोध्या की तीन मस्जिदों में आपत्तिजनक चीजें फेंकर बवाल मचाने की फिराक में थे.
इसकी जानकारी मुसलमानों द्वारा पुलिस अधिकारियों को साझा करने पर शहर के तमाम सीसीटीवी फुटेज और मस्जिदों में फेंकी गई आपत्तिजनक सामग्री की मदद से आरोपियों को धर दबोचा गया. इस मामले में सात लड़के पकड़े गए हैं.
चार अभी भी फरार है जिसकी गिरफ्तारी को लेकर जगह-जगह दबिश दी जा रही है. अयोध्या रेंज के आईजी केपी सिंह और एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि ईद के मौके पर तनाव फैलाने की कोशिश में 7 आसमाजिकतत्व धरे गए हैं और चार अन्य 4 को पकड़ने में पुलिस जुटी है.
पुलिस ने बताया कि ये आसामाजिक तत्व समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल पर धार्मिक किताब, आपत्ति जनक वस्तु और अभद्र टिप्पणी लिख कागजों को फेक कर बड़ा दंगा कराने की फिराक में थे.
मगर उलेमा के सहयोग और पुलिस की तत्परता के चलते घटना टल गई. पुलिस का मानना है कि अयोध्या में दंगा फैलाने की साजिश पूरे देश में तनाव पैदा कर सकती थी. सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने आपसी सामंजस्य बैठाकर देश की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की.
पुलिस ने बताया कि इस कृत्य का मास्टरमाइंड महेश मिश्र है, जो अब पुलिस कस्टडी में है. यह हिन्दू योद्धा नामक संगठन चलाता है. आरोपी मस्जिद में आपत्तिजनक सामान फेंकते समय मुस्लिम टोपी पहने हुए थे ताकि पहचान छुपाई जा सके. आरोपियों के खिलाफ धारा 302/22, 295/295 ए, 303/22, 295/295 ए , 304/22 धारा 295/295 ए, 305/22 धारा 295/295 ए , मु0अ0सं0 307/22 धारा 295/295 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
सम्मानित किए गए पुलिस अधिकारी
द्रुतगति से कार्रवाई कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने पर अयोध्या का मुस्लिम तबका भी संतुष्ट और प्रसन्न है. वे भी मानते हैं कि यदि पुलिस मुस्तैदी नहीं दिखाई होती तो न जाने क्या होता. पुलिस की कार्रवाई से प्रभावित होकर अयोध्या के मुस्लिम समुदाय की ओर से वहां के एसएसपी से उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें गुलदस्ता भेंट किया गया.
इससे संबंधित एक तस्वीर अध्योया पुलिस ने सोशल मीडिया पर साझा किया है. इसमें कहा गया है,‘‘ शहर की मस्जिदों में आपत्तिजनक पोस्टर, वस्तु डालकर दंगा फैलाने की कोशिश करने वाले सात अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर 24 घंटे के अंदर सफल अनावरण कर शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने में एसपी अयोध्या के कुशल नेतृत्व हेतु गणमान्य व्यक्तियों द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर आभार प्रकट किया गया.’’
सोशल मीडिया पर शेयर की गई इस जानकारी और इससे संबंधित तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए सारिका शर्मा लिखती हैं-‘‘ थैंक्यू एसपी अयोध्या. आपकी सूझबूझ से, कोई बड़ी घटना और आपसी भाईचारा, खराब होने से बच गया. खबर लिखने तक अयोध्या पुलिस के इस ट्वीट को 1,079 री-ट्वीट और 6,748 लाइक मिले हैं.