नवरात्रि 2025: नौ रंग और उनके महत्व

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 24-09-2025
Navratri 2025: The Nine Colours and Their Significance
Navratri 2025: The Nine Colours and Their Significance

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली  

 

नवरात्रि एक रंगों, रौशनी और उत्सवों से भरा हुआ विशेष पर्व है, जो हर कोने में संगीत की धुनों के साथ वातावरण को बदल देता है। गरबा रातें, सजावट, मिठाइयाँ और परिवार-समाज का उत्साह इस पर्व का अभिन्न हिस्सा होते हैं, लेकिन इन सब के बीच नवरात्रि के नौ रंगों का महत्व कभी न भूलें, जो इस त्योहार को और भी खास और रंगीन बनाते हैं। ये नौ रंग माँ दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक हैं, और हर रंग का एक विशेष महत्व है। आइए, जानते हैं नवरात्रि के इन नौ रंगों के बारे में और उनके पीछे छिपे अर्थ के बारे में:
 
दिन 1: सफेद रंग

सफेद रंग नवरात्रि की शुरुआत का प्रतीक है, जो शांति, सरलता और ताजगी का अहसास कराता है। इस दिन को देवी शैलपुत्री की पूजा से जोड़ा जाता है, जो शांति और सामंजस्य की देवी मानी जाती हैं। सफेद रंग में आप सफेद साड़ी, साधारण कुर्ता, चांदी की चूड़ियां और झुमके पहन सकती हैं। यह रंग एक शांत और सरल लुक देता है, और आपके व्यक्तित्व में शांति और सुंदरता का अहसास कराता है।

दिन 2: लाल रंग

लाल रंग नवरात्रि के दूसरे दिन को उत्साही और जोशपूर्ण बनाता है। यह रंग साहस, शक्ति, और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इस दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है, जो तपस्या और साधना की देवी हैं। लाल रंग में आप लाल साड़ी, लहंगा, कुर्ता और सोने के आभूषण पहन सकती हैं, जो आपके लुक को भव्य और एलीगेंट बनाएंगे। यह रंग न केवल सुंदरता को बढ़ाता है, बल्कि इस दिन के उल्लास और शक्ति को भी प्रदर्शित करता है।

दिन 3: रॉयल ब्लू रंग

रॉयल ब्लू रंग शाही और भव्यता का प्रतीक होता है। यह रंग एक एलिगेंट और क्लासी एहसास देता है, और इसे पहनने से आप किसी भी समारोह में आकर्षक नजर आ सकती हैं। इस दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा होती है, जो साहस और मानसिक संतुलन की देवी हैं। रॉयल ब्लू रंग में आप लहंगा, कुर्ती, या अनारकली पहन सकती हैं। यह रंग किसी भी उत्सव के लिए परफेक्ट है और आपका लुक शानदार बना देता है।

दिन 4: पीला रंग

पीला रंग खुशी, उत्साह, और उम्मीद का प्रतीक है। यह रंग नवरात्रि के चौथे दिन की ताजगी और रंगीनता को दर्शाता है, और इसे पहनने से हर कोई खुश और ऊर्जावान महसूस करता है। इस दिन देवी कुष्मांडा की पूजा होती है, जो सृष्टि की उत्पत्ति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। पीले रंग में आप पीली साड़ी, सलवार सूट, या ड्रेस पहन सकती हैं और इसे सोने के आभूषण के साथ पेयर कर सकती हैं। यह रंग पूरे माहौल में रौनक और खुशी का संचार करता है।

दिन 5: हरा रंग

हरा रंग ताजगी, संतुलन, और समृद्धि का प्रतीक है। यह रंग जीवन के नये आरंभ और समृद्धि को दर्शाता है, और इसे पहनने से एक शांत और संतुलित अहसास होता है। इस दिन देवी स्कंदमाता की पूजा होती है, जो समृद्धि और उन्नति की देवी हैं। हरे रंग में आप हरियाली का अहसास कर सकती हैं। इसे आप सोने और चांदी के आभूषण के साथ पेयर कर सकती हैं, जो आपको एक फ्रेश और संतुलित लुक देता है।

दिन 6: ग्रे रंग

ग्रे रंग को अक्सर बोरिंग माना जाता है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से पहना जाए तो यह रंग भी बहुत आकर्षक और स्टाइलिश दिख सकता है। इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा होती है, जो संतुलन, समझदारी और शक्ति की देवी मानी जाती हैं। ग्रे रंग में आप फ्लेयर्ड अनारकली या साड़ी पहन सकती हैं, जिसमें रंग-बिरंगे फूलों की कढ़ाई हो। यह रंग शाम के वक्त शानदार दिखाई देता है और आपकी स्टाइल को एक नया रूप देता है।

दिन 7: नारंगी रंग

नारंगी रंग एक जोशीला, उत्साही और ऊर्जा से भरा हुआ रंग है। यह रंग नवरात्रि के सातवें दिन के उत्सव और उल्लास को दर्शाता है। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा होती है, जो भय और अंधकार से लड़ने वाली देवी हैं। नारंगी रंग में आप लहंगा, कुर्ता, या इंडो-वेस्टर्न ड्रेस पहन सकती हैं, जो आपके लुक को जोशीला और जीवंत बनाता है। यह रंग गरबा और नृत्य के लिए एकदम सही है।

दिन 8: मोरपंखी हरा रंग

मोरपंखी हरा रंग एक नाटकीय और आकर्षक रंग होता है, जो नीले और हरे का मिश्रण होता है। इस रंग को पहनने से आप किसी भी समारोह में आकर्षक और भव्य नजर आ सकती हैं। इस दिन देवी महागौरी की पूजा होती है, जो सौंदर्य, शांति और शुद्धता की देवी हैं। मोरपंखी हरा रंग पहनकर आप किसी भी उत्सव में सबसे अलग और स्टाइलिश दिख सकती हैं।

दिन 9: गुलाबी रंग

गुलाबी रंग को सौम्यता, चंचलता और नयापन का प्रतीक माना जाता है। यह रंग नवरात्रि के अंतिम दिन को एक नई ऊर्जा और उल्लास प्रदान करता है। इस दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है, जो सिद्धियों और आशीर्वाद की देवी हैं। गुलाबी रंग में आप हल्के गुलाबी या चमकदार गुलाबी रंग की साड़ी या लहंगा पहन सकती हैं। यह रंग पूरे माहौल को मीठा और खुशहाल बनाता है।

नवरात्रि में कौन सा रंग न पहनें?

नवरात्रि के दौरान काले रंग से बचना बेहतर होता है, क्योंकि यह रंग नकारात्मकता और अशुभता से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह रंग दिव्यता, शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा के साथ मेल नहीं खाता, जो नवरात्रि के उल्लास और आस्था का प्रतीक है।

नवरात्रि के रंगों के पीछे का संदेश

नवरात्रि के नौ रंग केवल फैशन का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि यह हर देवी के रूप और उनकी विशेषताओं का प्रतीक हैं। हर रंग शक्ति, साहस, शांति और समृद्धि के संदेश को सामने लाता है। इन रंगों के माध्यम से हम सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करते हैं और नवरात्रि के इस जश्न में खुद को पूरी तरह से शामिल कर पाते हैं।

इस नवरात्रि, इन रंगों के माध्यम से अपने कपड़ों को सजाएं और देवी दुर्गा के नौ रूपों के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था को महसूस करें।

अनोखे आइडियाज़

इस नवरात्रि, पारंपरिक साड़ियों, चनिया चोली और अनारकली के अलावा कुछ नया ट्राई करें। एक शानदार थ्री-पीस को-ऑर्ड सेट चुनें, जो न केवल स्टाइलिश हो बल्कि नया भी लगे। आप फ़र्शी सलवार, पटियाला या लॉन सूट के साथ अपने वॉर्डरोब को एक नया रूप दे सकती हैं।

नवरात्रि सजने-संवरने का सबसे अच्छा समय क्यों है?

नवरात्रि पारंपरिक परिधानों को पहनने का बेहतरीन समय है क्योंकि यह त्योहार रंगों, संस्कृति और परंपराओं का उत्सव है। हर दिन का अपना रंग और महत्व होता है, जो आपको फैशन के साथ प्रयोग करने का मौका देता है। यह केवल कपड़ों का चयन नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने, देवी का सम्मान करने और उत्सवी कपड़ों के माध्यम से खुशी जाहिर करने का समय है। नवरात्रि के दौरान, आप अपनी व्यक्तिगत शैली को भी उजागर कर सकती हैं, चाहे आप गरबा नाइट में जा रहे हों या पारिवारिक पूजा में।

गहने पहनना न भूलें

नवरात्रि के दौरान आभूषण पहनना केवल फैशन का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह परंपरा और ऊर्जा का जश्न मनाने का तरीका है। आभूषण न केवल आपकी सुंदरता को बढ़ाते हैं, बल्कि यह सांस्कृतिक महत्व भी रखते हैं। ऑक्सीडाइज़्ड सिल्वर झुमके, रंग-बिरंगी चूड़ियां, या मंदिर से प्रेरित हार न केवल आपके पहनावे को खास बनाते हैं, बल्कि आपकी आभूषणों में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं, जिससे उत्सव और भी खास और संपूर्ण लगता है।