मौलाना महमूद मदनी 13 वीं बार दुनिया के 500 प्रभावशाली शख्सियात में शामिल

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 20-10-2021
मौलाना महमूद मदनी
मौलाना महमूद मदनी

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

जॉर्डन के मशहूर शोध संगठन आरआईएसएससी ने 2022 के लिए नई सूची जारी की है, जिसमें जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी शामिल भी हैं. मौलाना मदनी लगातार तेरहवीं बार दुनिया के 50सबसे प्रभावशाली मुस्लिम शख्सियत में शामिल किए गए हैं.

इस सूची में भारत के सबसे प्रभावशाली विद्वान और धार्मिक और सामाजिक नेता भी शामिल हैं. मौलाना महमूद मदनी पहले शीर्ष 50प्रभावशाली लोगों में शामिल हैं. 500 लोगों की सूची में दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों (राजनीति, समाजशास्त्र, शिक्षा, विज्ञान, आदि) से कई शख्सियतों को रखा गया है, लेकिन मौलाना महमूद मदनी शीर्ष 50 में एकमात्र भारतीय हैं. इस सूची में बरेलवी मौलवी मुफ्ती अख्तर रजा खान कादरी अजहरी को भी रखा गया था, लेकिन उनका निधन हो चुका है.

आरआईएसएससी ने मौलाना महमूद मदनी की राष्ट्र और सामाजिक सेवाओं के बारे में भी उल्लेख है. कहा गया कि मौलाना महमूद मदनी ने भारत में मुसलमानों के अधिकारों की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वे आतंकवाद के खिलाफ भी मुखर रहे हैं. इस संबंध में दारुल उलूम देवबंद से फतवा भी लिया. इसके साथ ही देश भर में आतंकवाद विरोधी सम्मेलन आयोजित किए जिसका भारत के मुसलमानों पर गहरा प्रभाव पड़ा.

मौलाना महमूद मदनी ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा दारुल उलूम देवबंद को आतंकवाद का केंद्र कहे जाने के विवादित और बेतुके बयान का वैश्विक स्तर पर विरोध किया है. इसके अलावा उन्होंने इस बयान के विरोध में एक खुला पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया था. मौलाना महमूद मदनी अब जिस सामाजिक संगठन के अध्यक्ष हैं वहएक सदी पहले स्थापित हुआ था.