आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ के हज़रतगंज स्थित ‘आदा डिज़ाइनर चिकन स्टूडियो’ का दौरा किया। यह स्टूडियो भारत के सबसे प्रसिद्ध चिकनकारी ब्रांडों में से एक है, जो पारंपरिक कढ़ाई को आधुनिक फैशन के साथ जोड़कर न सिर्फ इस विरासत को संजोए हुए है बल्कि इसे नई ऊँचाइयों तक ले जा रहा है.
‘आदा डिज़ाइनर चिकन स्टूडियो’ लंबे समय से चिकनकारी की परंपरा को आधुनिकता के साथ पेश करने में अग्रणी रहा है। यह स्टूडियो 30,000 से अधिक कारीगरों को रोजगार और पहचान देकर न केवल लखनऊ की चिकनकारी को संजो रहा है, बल्कि भारत के हस्तशिल्प को वैश्विक मंच पर भी प्रस्तुत कर रहा है। हर चिकनकारी परिधान सिर्फ एक उत्पाद नहीं, बल्कि भारतीय शिल्पकला का जीवंत प्रमाण है.
मुख्यमंत्री के दौरे ने यह संदेश दिया कि हस्तनिर्मित वस्तुएँ केवल सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं बल्कि आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण साधन भी हैं। यह प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न के अनुरूप है.
दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्टूडियो के संस्थापक श्री विनोद पंजाबी से मुलाकात कर चिकनकारी कला के भविष्य को लेकर विचार साझा किए और कारीगरों से भी बातचीत की। उन्होंने चिकनकारी की बारीकियों को करीब से देखा और ‘छपाई’ प्रक्रिया में भी भाग लिया, जिसमें लकड़ी के ब्लॉक से नील की स्याही कपड़े पर उतारी जाती है। मुख्यमंत्री ने एक तैयार किए जा रहे कपड़े पर हस्ताक्षर भी किए, जिससे उन्होंने भारतीय हस्तशिल्प के प्रति अपना समर्थन जताया.