मॉरीशस PM की काशी यात्रा भारत-मॉरीशस सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक: विदेश मंत्रालय

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 12-09-2025
'Visit reflecting deep cultural, civilisational bonds': MEA on Mauritius PM's visit to Kashi Vishwanath Temple
'Visit reflecting deep cultural, civilisational bonds': MEA on Mauritius PM's visit to Kashi Vishwanath Temple

 

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) 
 
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम की वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर यात्रा को भारत और मॉरीशस के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों का एक सशक्त प्रमाण बताया। प्रधानमंत्री रामगुलाम की मंदिर यात्रा के बाद, एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा ने दोनों देशों को जोड़ने वाले ऐतिहासिक बंधनों को और मज़बूत किया है।
 
विदेश मंत्रालय ने पोस्ट में कहा, "मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने वाराणसी स्थित पवित्र काशी विश्वनाथ धाम में पूजा-अर्चना की। यह यात्रा भारत और मॉरीशस को जोड़ने वाले गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत बंधनों को दर्शाती है।" मॉरीशस के प्रधानमंत्री, जो वर्तमान में भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं, ने आज भगवान शिव को समर्पित इस प्रतिष्ठित मंदिर में पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए। अपनी यात्रा के दौरान, वह आज बाद में अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर भी जाएँगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री के बुधवार को वाराणसी आगमन के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक, समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर और एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी किया गया।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री रामगुलाम के साथ दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा की और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। अपनी बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने बुनियादी ढाँचे, स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, समुद्री सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने की अपनी मंशा की पुष्टि की।
 
दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर और 680 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के एक व्यापक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा के साथ अपनी रणनीतिक और विकासात्मक साझेदारी को भी गहरा किया।
 
कुल मिलाकर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, समुद्र विज्ञान, लोक प्रशासन, ऊर्जा, लघु विकास परियोजनाओं, जल विज्ञान और अंतरिक्ष सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में सात समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। प्रमुख समझौतों में टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और संचार स्टेशनों की स्थापना के लिए एक अंतरिक्ष सहयोग समझौता और समुद्री अनुसंधान एवं जल विज्ञान मानचित्रण के लिए एक नई प्रतिबद्धता शामिल थी।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री अपने वर्तमान कार्यकाल में 9 सितम्बर से 16 सितम्बर तक भारत की पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा पर हैं।