उत्तर प्रदेश: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अलीगढ़ में सुरक्षा कड़ी, यूपी अलर्ट पर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 29-03-2024
उत्तर प्रदेश: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अलीगढ़ में सुरक्षा कड़ी, यूपी अलर्ट पर
उत्तर प्रदेश: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अलीगढ़ में सुरक्षा कड़ी, यूपी अलर्ट पर

 

अलीगढ़

 मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद यूपी के अलीगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने बताया कि पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया.पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है.''मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसे लेकर इलाके में अलर्ट भी है.अब एसएसपी अलीगढ़ भी हमारे साथ हैं .इसे लेकर जायजा ले रहे हैं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहेगा उन्होंने कहा, "सभी अधिकारी सोशल मीडिया पर अफवाहों के प्रसार पर नजर रखेंगे."

अस्पताल से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, गैंगस्टर को रात करीब 8:25बजे अस्पताल लाया गया.कहा गया है कि मरने से पहले नौ डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी देखभाल की.मुख्तार अंसारी के निधन पर शोक जताते हुए समाजवादी पार्टी ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा था, ''पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का दुखद निधन.भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति मिले.''विनम्र श्रद्धांजलि !"

इसी पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, 'मुख्तार अंसारी की जेल में मौत बीजेपी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है...इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए ताकि सभी को पता चल सके' क्या हो रहा है."

मुख्तार अंसारी के वकील नसीम हैदर ने कहा, ''मुझे सूचना मिली कि उन्हें यहां लाया गया है, इसलिए मैं यहां आया हूं.''मंगलवार को पेट दर्द की शिकायत के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.मंगलवार को छुट्टी के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया.

अंसारी मऊ विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए, जिनमें दो बार बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में भी शामिल थे.उनके गृह नगर ग़ाज़ीपुर में उनका गहरा प्रभाव था.अप्रैल 2023में, एमपी एमएलए अदालत ने मुख्तार अंसारी को भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के लिए दोषी ठहराया और 10साल कैद की सजा सुनाई.

1990 में हथियार लाइसेंस प्राप्त करने के लिए जाली दस्तावेजों के उपयोग से संबंधित एक मामले में उन्हें 13 मार्च, 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.इससे पहले दिसंबर 2023 में वाराणसी की एमपी/एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को 26 साल के कोयला कारोबारी नंद किशोर रूंगटा की हत्या के गवाह महावीर प्रसाद रूंगटा को धमकी देने का दोषी पाया था .आधे साल का कठोर कारावास और 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया.

पिछले साल 15 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 73.43 लाख रुपये से अधिक की जमीन, एक इमारत और बैंक जमा राशि कुर्क की थी.