पठानकोट (पंजाब),
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित पठानकोट जिले के कोलैन गांव का दौरा किया और प्रभावित लोगों को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से हालात पर नजर रख रहे हैं तथा जिनके घर बाढ़ में बह गए हैं, उन्हें दोबारा बनाया जाएगा।
जितेंद्र सिंह ने कहा, “हम पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी खुद चिंतित हैं और रोजाना स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। मैंने भी पंजाब के 23 जिलों के डीसी के साथ वर्चुअल मीटिंग की है। जिनके घर बाढ़ में बह गए हैं, उनके लिए तत्काल अस्थायी इंतज़ाम किए गए हैं। जहां ज़मीन और मकान बह गए हैं, वहां पुनर्निर्माण और भी बेहतर ढंग से किया जाएगा।”
इससे पहले, कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पंजाब के लिए व्यापक राहत पैकेज की मांग की थी। उन्होंने कहा कि बाढ़ से पंजाब को कम से कम 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि केंद्र सरकार द्वारा घोषित 1,600 करोड़ रुपये की शुरुआती राहत “पंजाब की जनता के साथ अन्याय” है।
राहुल गांधी ने लिखा कि उनके दौरे के दौरान उन्होंने विनाशकारी हालात और उससे हुई मानवीय क्षति को नजदीक से देखा। उन्होंने कहा कि राज्य में चार लाख एकड़ से अधिक धान की फसल तबाह हो गई है और 10 लाख से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है। लाखों लोग, जिनमें अधिकांश हाशिए पर खड़े समुदायों से हैं, अपने घर गंवा चुके हैं। कई गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं और संपर्क से कटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 सितंबर को पंजाब का दौरा कर हवाई सर्वेक्षण किया था और गुरदासपुर में समीक्षा बैठक की थी। उस दौरान उन्होंने पंजाब के लिए 1,600 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी। यह राशि राज्य को पहले से उपलब्ध 12,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त थी।
केंद्र सरकार ने यह भी घोषणा की थी कि एसडीआरएफ की दूसरी किस्त और पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त अग्रिम रूप से जारी की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने उसी दिन हिमाचल प्रदेश का भी दौरा किया था और बाढ़ एवं भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया था। हिमाचल के लिए उन्होंने 1,500 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की थी।