नई दिल्ली
दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में सुरक्षित रखे गए गौतम बुद्ध के पवित्र अवशेषों को रूस के काल्मिकिया में आयोजित एक विशेष प्रदर्शनी में 24 से 28 सितंबर तक प्रदर्शित किया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने सोमवार को दी।
मंत्रालय ने बताया कि ये अवशेष संग्रहालय की ‘बौद्ध गैलरी’ में रखे गए हैं और इन्हें वरिष्ठ भिक्षुओं की देखरेख में पूरी धार्मिक पवित्रता और पारंपरिक प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रूस ले जाया जाएगा। भारत से इन पवित्र अवशेषों के परिवहन के लिए भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान नियुक्त किया गया है, जिससे अवशेष सुरक्षित रूप से काल्मिकिया पहुंच सकें।
ये पवित्र अवशेष रूस की राजधानी एलिस्ता में आयोजित होने वाले तीसरे अंतरराष्ट्रीय बौद्ध फोरम के मुख्य आकर्षण में शामिल होंगे। इस फोरम का विषय ‘नयी सहस्राब्दी में बौद्ध धर्म’ रखा गया है। फोरम के दौरान भारत से लाए गए शाक्यमुनि के अवशेषों के अलावा आईबीसी (अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ) और राष्ट्रीय संग्रहालय द्वारा आयोजित चार विशेष प्रदर्शनियां और तीन शैक्षणिक व्याख्यान भी होंगे।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि इस फोरम का उद्देश्य बौद्ध धर्म की वैश्विक उपादेयता और सांस्कृतिक महत्व को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है। इसके साथ ही यह कार्यक्रम भारत और रूस के बीच सांस्कृतिक सहयोग को भी मजबूत करेगा। मंत्रालय ने यह भी कहा कि प्रदर्शनी के दौरान सभी सुरक्षा और धार्मिक मानकों का पालन किया जाएगा, ताकि पवित्र अवशेषों की धार्मिक और ऐतिहासिक पवित्रता बनी रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रदर्शनी न केवल बौद्ध धर्म और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर है, बल्कि यह विश्वभर के बौद्ध अनुयायियों को शाक्यमुनि के जीवन और शिक्षाओं के प्रति और अधिक जागरूक बनाने में भी सहायक होगी।