नई दिल्ली
इस साल आयुर्वेद दिवस का मुख्य आयोजन 23 सितंबर को गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) में होगा। इसकी घोषणा केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने की।
आयुष मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, “पहली बार आयुर्वेद दिवस को एक तय तिथि — 23 सितंबर — को मनाया जाएगा। इससे पहले यह धन्वंतरि जयंती के साथ मनाया जाता था।”
बयान के अनुसार, गोवा का AIIA भारत की समेकित और वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक स्वास्थ्य देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
राजस्थान के माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में वरिष्ठ चिकित्सकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए जाधव ने कहा कि गोवा का अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण और स्वास्थ्य-कल्याण में गहरी जड़ें इसे 10वें आयुर्वेद दिवस समारोह का आदर्श मंच बनाते हैं।
मंत्री ने बताया कि इस वर्ष आयुर्वेद दिवस की थीम “जन और धरती के लिए आयुर्वेद” रखी गई है, जो आयुर्वेद को सतत वैश्विक स्वास्थ्य समाधान के रूप में स्थापित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, “हम केवल एक परंपरा का उत्सव नहीं मना रहे, बल्कि आयुर्वेद को आधुनिक स्वास्थ्य चुनौतियों का स्थायी समाधान बनाकर दुनिया तक पहुँचा रहे हैं।”
इस अवसर पर पूरे भारत में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, साथ ही विदेशों में भारतीय मिशनों, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और वेलनेस संगठनों के सहयोग से वैश्विक स्तर पर भी आयोजन होंगे।
मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल आयुर्वेद दिवस 150 देशों में मनाया गया था और इस बार इसे और व्यापक अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने की योजना है, ताकि आयुर्वेद को एक सशक्त वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन के रूप में स्थापित किया जा सके।