छात्र सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करें : योगी आदित्यनाथ

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 12-06-2025
Students should protect public property: Yogi Adityanath
Students should protect public property: Yogi Adityanath

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को विद्यार्थियों से सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने का आग्रह करते हुए कहा कि ऐसी संपत्ति सामूहिक प्रयास का परिणाम है और किसी भी परिस्थिति में इसे नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए.

मेधावी छात्रों को सम्मानित करने और स्कूल खेल पुरस्कार वितरित करने के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सार्वजनिक संपत्ति निजी संपत्ति नहीं है - यह पूरे समाज के योगदान से बनी है. अगर कोई इसे नुकसान पहुंचाता है तो वह देश को नुकसान पहुंचा रहा है. इस तरह के कृत्यों को रोका जाना चाहिए, सूचना दी जानी चाहिए और उजागर किया जाना चाहिए. आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की रिकॉर्डिंग करने और सूचना देकर कार्रवाई करने का आह्वान किया.
 
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी के पास मोबाइल फोन हैं. अगर आप किसी को सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते देखें तो उसका वीडियो बनाएं और उसे वायरल करें. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पोस्टर के जरिए उस व्यक्ति की पहचान की जाए और उससे वसूली की जाए. उन्होंने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की नकल-मुक्त परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए प्रशंसा की और 2017 से राज्य की शिक्षा प्रणाली में बड़े सुधारों पर प्रकाश डाला.
 
उन्होंने कहा, ‘‘पहले, शिक्षा के नाम पर सामूहिक नकल एक धंधा बन गया था. लोग परीक्षा फॉर्म भरते थे और परीक्षा देने के लिए किसी और को नियुक्त करते थे. परिणाम प्रमाणपत्र के साथ घर भेजे जाते थे. यह पूरी तरह से धोखाधड़ी थी. उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए आदित्यनाथ ने इस तरह की अवैध गतिविधियों को बंद करने और एक पारदर्शी, निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली बनाने के लिए खुद की सरकार को श्रेय दिया. उन्होंने बताया कि पहले जिन परीक्षाओं को आयोजित करने में दो से तीन माह लगते थे वे अब सिर्फ 13 दिन में समाप्त हो जाती हैं.
 
उन्होंने छात्रों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पुस्तक ‘‘एग्जाम वॉरियर्स’’ पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, ‘‘परीक्षाएं छात्रों को परेशान करने का माध्यम नहीं होनी चाहिए, बल्कि उनका मूल्यांकन करने और उन्हें प्रतिस्पर्धी भावना के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने का माध्यम होना चाहिए. सरकारी रोजगार में राज्य की प्रगति की भी सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी भर्ती के माध्यम से आठ लाख से अधिक युवाओं को नौकरी दी गई है. उन्होंने कहा, ‘‘हम अब बीमारू राज्य नहीं रहे. उत्तर प्रदेश नए भारत के नए चेहरे में तब्दील हो गया है. मुख्यमंत्री ने मूल्य आधारित शिक्षा का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘शिक्षा के साथ-साथ छात्रों में बड़ों, माता-पिता, शिक्षकों, समाज और राष्ट्र के प्रति सम्मान विकसित करना चाहिए। यही सच्चा चरित्र है.