Special cell formed to resolve human-wildlife conflict situation in Uttarakhand: Government
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
सरकार ने मंगलवार को संसद को बताया कि उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष के कारण उत्पन्न स्थिति का पता लगाने, निगरानी और समाधान के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है।
भाजपा सांसद अनिल बलूनी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान की सहायता से उत्तराखंड में तेंदुओं की आबादी का आकलन करने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
बलूनी ने सरकार से पूछा था कि क्या वह उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष की ‘‘तेजी से बढ़ती’’ घटनाओं को रोकने के लिए एक नयी नीति तैयार करने और जंगली जानवरों के हमलों की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार के साथ एक संयुक्त विशेष अभियान चलाने का प्रस्ताव करती है।
गढ़वाल के सांसद ने यह भी पूछा था कि क्या सरकार राज्य में मानव-वन्यजीव संघर्ष के कारणों को समझने के लिए कोई विशेष अध्ययन कर रही है या विशिष्ट जांच करा रही है।
मंत्री ने लिखित उत्तर में कहा, ‘‘उत्तराखंड राज्य से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में 'मानव-वन्यजीव संघर्ष निवारण प्रकोष्ठ' का गठन किया गया है।’’