आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपनी चुनावी विफलताओं को छिपाने के लिए निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा कर राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचा रही है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस एसआईआर प्रक्रिया के माध्यम से वोटों की धांधली का झूठा विमर्श गढ़ कर देश को गुमराह कर रही है।
सदन के नेता नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को निर्वाचन आयोग और चुनावी प्रक्रिया को दोष देने के बजाय, चुनावों में लगातार हार का वास्तविक कारण खोजना चाहिए।
कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए नड्डा ने कहा कि वह मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही है, जो उसका संवैधानिक दायित्व है।
चुनाव सुधार पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि एसआईआर समय-समय पर मतदाता सूची को शुद्ध करने के निर्वाचन आयोग के संवैधानिक अधिकारों के अंतर्गत आता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से बाहर नहीं हो और किसी भी अपात्र मतदाता का नाम इसमें शामिल नहीं हो।
नड्डा ने कांग्रेस से सवाल किया, ‘‘क्या घुसपैठियों को मतदाता सूची में शामिल होने देना चाहिए? क्या उन्हें भारत में मतदाता सूचियों में शामिल होने और चुनावों में मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश घुसपैठियों के वोटों से चलेगा या भारतीय नागरिकों के वोट से। क्या घुसपैठियों की पहचान करना निर्वाचन आयोग का काम नहीं है? हमें और इस सदन को एसआईआर का समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए।’’
सदन के नेता नड्डा ने कहा, ‘‘पिछले चार महीनों में, एसआईआर को लेकर देश में एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की गई है... जैसे कोई धांधली हो रही हो... (बिहार के) जो चुनाव परिणाम आए हैं, वे निश्चित रूप से आपको (कांग्रेस को) तकलीफ दे रहे होंगे। आप दवा कहीं और खोज रहे हैं, लेकिन बीमारी कहीं और है। आपको अपनी बीमारी खुद ही ढूंढनी होगी।’’