सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर शुक्रवार को सिलीगुड़ी के उत्तर बंग मारवाड़ी भवन में सुबह 10 बजे से प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह एक दिवसीय सम्मेलन RSS उत्तर बंग प्रांत द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: 100 वर्षों की यात्रा” शीर्षक वाले इस सम्मेलन में उत्तर बंगाल के आठ जिलों और पड़ोसी राज्य सिक्किम से समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले 100 से अधिक प्रबुद्ध नागरिक भाग ले रहे हैं। RSS प्रमुख मोहन राव भागवत इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद, डॉक्टर, अधिवक्ता, प्रतिष्ठित उद्योगपति, कलाकार, कवि, लेखक, खिलाड़ी, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक गैर-सरकारी संगठनों के सदस्य, चयनित मीडिया प्रतिनिधि और सिलीगुड़ी के अन्य गणमान्य नागरिक शामिल होंगे।
इससे पहले गुरुवार को आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने संघ की सौ वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा और क्रमिक विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने नैतिक मूल्यों से युक्त और सामाजिक रूप से प्रतिबद्ध स्वयंसेवकों के निर्माण के जरिए स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए संघ के निरंतर प्रयासों को रेखांकित किया और संगठन से जुड़ी कई भ्रांतियों का खंडन किया।
RSS प्रमुख ने कहा कि संघ का मूल उद्देश्य ‘सज्जन’—नैतिक और सद्गुणी व्यक्तियों का निर्माण है, जो निस्वार्थ सेवा और मूल्य-आधारित जीवन के माध्यम से राष्ट्रीय गौरव और विकास को मजबूत करते हैं।
युवा सम्मेलन के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से जुड़े सवाल उठाए गए। इनके जवाब में भागवत ने सनातन सांस्कृतिक मूल्यों को अपनाने और स्वदेशी व आत्मनिर्भरता को राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय सुरक्षा सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक बताया।






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