नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में दो दिन पहले किए गए छापे के बाद कुछ शेल कंपनियों के 30 से अधिक बैंक खातों की जमा राशि को Rs 170 करोड़ के बराबर फ्रीज कर दिया है.यह कार्रवाई ED के चंडीगढ़ जोनल ऑफिस द्वारा 11 फरवरी को दिल्ली, नोएडा, रोहतक (हरियाणा) और शामली (उत्तर प्रदेश) में विभिन्न स्थानों पर की गई सर्च ऑपरेशन के बाद की गई है.
यह ऑपरेशन QFX Trade Ltd. और इसके अन्य निदेशकों के खिलाफ चल रही जांच के तहत किया गया, जिनके नाम रायेंद्र सूद, विनीत कुमार, संतोष कुमार और मास्टरमाइंड नवाब अली उर्फ लविश चौधरी हैं.
ED ने इस मामले में जांच की शुरुआत हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज किए गए कई FIRs के आधार पर की थी.इन FIRs में QFX कंपनी पर धोखाधड़ी करने का आरोप था, जहां निवेशकों को धोखाधड़ी के माध्यम से विदेशी मुद्रा व्यापार (फॉरेक्स ट्रेडिंग) में उच्च लाभ का वादा किया गया था.
ED के अनुसार, QFX कंपनी और उसके निदेशक एक अनियमित जमा योजना चला रहे थे, जिसमें निवेशकों को उच्च रिटर्न का वादा किया जा रहा था.QFX कंपनी के एजेंटों ने MLM स्कीम के तहत एक निवेश योजना बनाई थी, जिसमें वे वेबसाइट्स, ऐप्स और सोशल मीडिया विज्ञापनों के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करते थे और फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर उच्च रिटर्न का वादा करते थे.
जांच के दौरान, ED ने पाया कि FIR दर्ज होने के बाद QFX योजना का नाम बदलकर YFX (Yorker Ex) कर दिया गया, लेकिन वही धोखाधड़ी का तरीका अपनाया गया, जिसमें निवेशकों को उच्च रिटर्न का लालच दिया जाता था.
इसके अलावा, ED ने यह भी खुलासा किया कि नवाब अली उर्फ लविश चौधरी अन्य धोखाधड़ी निवेश योजनाओं का संचालन भी कर रहा है, जैसे BotBro, TLC Coin और Yorker FX, जिन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइट्स के रूप में पेश किया जा रहा है.
ED ने यह भी बताया कि Rax Box Private Limited, Capter Money Solutions Private Limited और Tiger Digital Services Private Limited के बैंक खातों का उपयोग निवेशकों से पैसे इकट्ठा करने के लिए किया जा रहा था.
इन शेल कंपनियों के निदेशकों के कार्यालयों और परिसरों में सर्च ऑपरेशन के दौरान यह खुलासा हुआ कि ये कंपनियां QFX और YFX योजनाओं के मास्टरमाइंड्स द्वारा जनता से पैसे जुटाने के लिए इस्तेमाल हो रही थीं, जो कि फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर उच्च रिटर्न देने का दावा करती थीं.
सर्च ऑपरेशन के दौरान इन कंपनियों के 30 से अधिक बैंक खातों की जमा राशि Rs 170 करोड़ के बराबर फ्रीज कर दी गई, क्योंकि निदेशकों के पास इन फंड्स के स्रोत के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी.इसके अतिरिक्त, QFX और YFX के एजेंटों के परिसरों से 90 लाख रुपये से अधिक नकद भी जब्त किए गए.कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए हैं.