भोपाल के बाहरी इलाके में सड़क धंसी, कोई हताहत नहीं

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 13-10-2025
Road caves in on the outskirts of Bhopal, no casualties reported
Road caves in on the outskirts of Bhopal, no casualties reported

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के बाहरी इलाके बिलखिरिया के पास सोमवार दोपहर एक सड़क का करीब 50 मीटर हिस्सा धंस गया। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक जांच दल गठित कर दिया है और इसकी रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
 
हादसे के बाद सड़क को एक तरफ से बंद कर दिया गया और यातायात को दूसरी लेन से मोड़ दिया गया। साथ ही क्षतिग्रस्त पूरे इलाके को घेर दिया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो।
 
एमपीआरडीसी ने एक बयान में कहा, " राज्य राजमार्ग-18 के भोपाल ईस्टर्न बायपास पर सूखी सेवनिया आरओबी के एक तरफ की दीवार क्षतिग्रस्त होने के कारण सड़क का एक हिस्सा धंस गया। हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की कोई जान-माल की हानि नहीं हुई।"
 
बयान में कहा गया है कि मप्र सड़क विकास निगम के अधिकारी व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए और उन्होंने क्षतिग्रस्त पूरे इलाके को अवरोधक लगाकर घेर दिया दिया ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो।
 
बयान में कहा गया, "फिलहाल सड़क धंसने के कारणों की जांच पड़ताल के साथ ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।"
 
एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने बताया कि ये सड़क वर्ष 2013 में मेसर्स ट्रॉन्सट्राय प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बीओटी मॉडल में बनाई गई थी।
 
उन्होंने कहा कि मेसर्स ट्रॉन्सट्राय प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अनुबंध की शर्तों का पालन ना किए जाने के कारण वर्ष 2020 में
 
कंपनी का अनुबंध भी निरस्त कर दिया गया था।
 
अधिकारियों ने बताया कि एमपीआरडीसी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियंता बीएस मीणा, प्रबंध निदेशक (जीएम) मनोज गुप्ता व जीएम आरएस चंदेल की अध्यक्षता में एक जांच टीम गठित की है, जो कि सड़क धंसने के कारणों का पता लगाकर शीघ्र अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
 
उन्होंने कहा, "इसके आधार पर शासन इस मामले में जरूरी कार्रवाई करेगा।"
 
मप्र सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक ने कहा है कि जांच रिपोर्ट में अगर कोई लापरवाही या अनियमितता सामने आती है तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।