आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
शिक्षा की शक्ति क्या है? अगर आप जानना चाहते हैं, तो राजस्थान की राजधानी जयपुर से 166 किमी दूर झंझनू जिले के एक छोटे से गांव नवां की यात्रा करें. जहां आपको एक ऐसा परिवार मिलेगा, जो अपनी शैक्षिक उपलब्धियों के लिए देश भर में सुर्खियों में रहा है. पीढ़ीगत शैक्षिक उपलब्धि की यह कहानी अब इतिहास बन गई है.
नवां गांव का कायमखानी मुस्लिम परिवार उत्कृष्ट शिक्षा के दम पर ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नवां के इकलौते मुस्लिम परिवार ने देश को आईएएस, आईपीएस और सेना के अधिकारियों समेत 15 वरिष्ठ अधिकारी दिए हैं.
अब इस परिवार में ‘अधिकारियों’ की सूची में एक नया नाम जुड़ गया है. कायनात खान हैं, जिसके रूप में परिवार को 15वां अधिकारी होने का गौरव प्राप्त है.
कायनात खान का चयन राजस्थान सचिवालय, जयपुर में कानून साज के पद पर हुआ है.
इस सफलता का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि कायनात ने शादी के 13 साल बाद यह मुकाम हासिल किया है. एक बेटी और एक बेटे के जन्म के बाद भी कायनात ने किताबों से अपनी दोस्ती कायम रखी, जिसका नतीजा आज हमारे सामने है.
नवां गांव के शफीक अहमद खान ने कहा कि उनकी बेटी कायनात खान राजस्थान सचिवालय में कानून साज के रूप में निर्वाचित होने वाली राज्य की पहली मुस्लिम महिला बन गई हैं.
रेजिडेंट ऑडिट ऑफिसर के रूप में सेवा दे चुके सेवानिवृत्त सीनियर ऑडिट ऑफिसर शफीक अहमद ने कहा है कि वे खुद राजस्थान सचिवालय में सीएजी के रेजिडेंट ऑडिट ऑफिसर के रूप में पांच साल तक काम कर चुके हैं.
अंग्रेजी साहित्य में एमए और एलएलबी की डिग्री रखने वाले कायनात खान को सरकार द्वारा एक विधायक के रूप में पेश किए जाने वाले अधिनियम का मसौदा तैयार करने पर काम करना होगा. वे अधिनियम के प्रारूपण और मुद्रण के लिए भी जिम्मेदार होंगी.
आरपीएससी द्वारा आयोजित लॉ क्रेटर परीक्षा में चौथी रैंक हासिल करने वाले कायनात खान ने पूरे राजस्थान में चौथा स्थान हासिल किया है. रिजल्ट 20 अप्रैल को आया था. पुलिस वेरिफिकेशन और अन्य कागजी कार्रवाई के बाद अब ज्वाइनिंग दी जाएगी.
कायनात खान का परिवार 26 फरवरी 1983 को जन्मी कायनात खान की शादी 2008 में झांझुनू जिले के भीमसर गांव निवासी डॉ इमरान खान से हुई थी. उनकी एक 11 साल की बेटी सूफी और चार साल का बेटा आइरीन है. इमरान खान शेखर अस्पताल में त्वचा विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं.
इन अधिकारियों ने कायनात के परिवार को सबदल खान का घर नवां गांव के पास दिया. वह कायनात के परदादा हैं. उनके परिवार में बेटा, बेटी, भतीजा और दामाद अब 15 अफसर हो गए हैं. आधे से अधिक कलेक्टर, आईजी, ब्रिगेडियर और कर्नल जैसे पदों से भी सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
1. लियाकत खान आईपीएस, 2. अशफाक हुसैन आईएएस, 3. जाकिर खान आईएएस, 4. शाहीन खान आरएएस, 5. मोनिका डीआईजी जेल, 6. शाकिब खान ब्रिगेडियर भारतीय सेना, 7 सलीम खान आरएएस, 8. शिना खान आरएएस, 9. फराह खान आईआरएस, 10. कमर-उल-जमान चौधरी आईएएस, 11 जावेद खान आरएएस, 12. इशरत खान कर्नल भारतीय सेना, 13. जकी अहमद खान कर्नल भारतीय सेना, 14. शफीक अहमद खान वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी, 15. कायनात खान कानून साज