आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) भुवनेश्वर ने अगले 24 घंटों में ओडिशा के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और तेज़ हवाओं की संभावना जताई है। विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती के अनुसार, बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी में अगले 24 घंटों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अवदाब में परिवर्तित हो सकता है।
आईएमडी ने कहा कि फिलहाल राज्य में छिटपुट बारिश की गतिविधि बनी रहेगी, लेकिन 24 अक्टूबर से बारिश में और वृद्धि होने की संभावना है। मनोरमा मोहंती ने कहा, “अगले 24 घंटों में बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी में एक निम्न दबाव क्षेत्र बन सकता है, जो धीरे-धीरे अवदाब का रूप लेगा। ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। राजधानी भुवनेश्वर सहित कई जिलों में आंधी-तूफान की गतिविधि दर्ज की जा सकती है। किसानों और आम जनता को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।”
विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए अपनी कृषि गतिविधियों की योजना बनाएं और खुले में रखी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करें।
उधर, दक्षिण भारत में भी मौसम ने कहर बरपाया है। तमिलनाडु के थूथुकुडी में पिछले चार दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। क्षेत्रीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने राज्य में अगले छह दिनों तक व्यापक बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
आरएमसी के अनुसार, 23 से 25 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। बारिश का असर धीरे-धीरे उत्तर और डेल्टा क्षेत्रों तक फैल जाएगा, जिसमें चेन्नई, कांचीपुरम, विलुपुरम, नागपट्टिनम और तंजावुर जैसे जिले शामिल हैं।
इसी बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को चेन्नई के एझिलगम स्थित राज्य आपात संचालन केंद्र का दौरा किया और उत्तरपूर्व मानसून की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कई जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्थिति का जायजा लिया और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए।