पंजाबः खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे, कुमार विश्वास की प्रतिक्रिया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 06-10-2022
पंजाबः खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे, कुमार विश्वास की प्रतिक्रिया
पंजाबः खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे, कुमार विश्वास की प्रतिक्रिया

 

नई दिल्ली. पंजाब में भगवंत मान की सरकार आने के बाद खालिस्तान के समर्थक एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं. पंजाब के बठिंडा में एक सरकारी कार्यालय की दीवार पर खालिस्तान के पक्ष में नारे लिखे गए. इस दौरान खालिस्तान समर्थकों ने होशियारपुर में रैली निकाली और देश विरोधी नारेबाजी की. इसे लेकर हिंदी कवि कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी का मजाक उड़ाया है.

सूत्रों के मुताबिक इन नारों के पीछे प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ की भूमिका सामने आई है. यह दावा आतंकी संगठन ग्रुप के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने किया है. कुमार विश्वास के साथ ही आम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी भगवंत मान सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं.

अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो पर कवि कुमार विश्वास ने व्यंग्य करते हुए लिखा, ‘‘उसने सही कहा था “धीमें-धीमें लोगों को इन ख़बरों की आदत पड़ जाती है. और वैसे भी चुनाव दूर हों तो वो कर भी क्या सकते हैं. लोगों को लालच में फँसा कर रखो और अपने तय एजेंडे को धीरे-धीरे पूरा करते रहो. इसलिए अब ये सब पोस्ट करने से कोई फ़ायदा नहीं’’

वहीं दिव्या गौरव त्रिपाठी नाम नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया- भाई, ये फायदे-नुकसान की बात नहीं है. आपको बोलना है, आप चुप नहीं रह सकते. आप ही हैं, जो कहते हैं कि हमें भारत को अपना हिस्सा बनाना है.

अगर सब मिलकर बोलते रहें, तो सुनने की आदत भी बदल सकती है. प्रमिला नाम की एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि गुजरात में पंजाब के पैसे से चुनाव लड़ा जा रहा है. जनता के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल साम्राज्य के विस्तार के लिए किया जा रहा है, लोग नशे के शिकार हो रहे हैं और अलगाववादी बढ़ रहे हैं. लेकिन इन सब से अनजान पंजाब के मुख्यमंत्री गुजरात में गरबा खेल रहे हैं.

पंजाब चुनाव के दौरान कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि जब वह पार्टी में थे, तो खालिस्तानी लोग उनसे मिलने और पंजाब के बारे में बात करने के लिए दिल्ली आते थे. कुमार विश्वास ने कहा कि अरविंद केजरीवाल हमेशा खालिस्तान के समर्थन में रहे हैं. जब मैं उनके साथ था, तो वह मुझे अपनी योजनाओं के बारे में बताते थे. एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि मैं या तो पंजाब राज्य का मुख्यमंत्री बनूंगा या मैं एक स्वतंत्र देश का पहला प्रधानमंत्री बनूंगा.