चंडीगढ़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे से पहले, पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह ने सोमवार को राज्य की महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अवसंरचना पर हाल ही में आई बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव का खुलासा किया। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, बाढ़ से हुए नुकसान की राशि लगभग 780 करोड़ रुपये आंकी गई है।
पंजाब भवन में मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि यह आपदा राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के लिए एक भयंकर झटका है, जिसने पूरे राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचाया है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ ने 130 करोड़ रुपये की दवाइयों को नष्ट कर दिया है। इसके अलावा 1,280 डिस्पेंसरी और हेल्थ वेलनेस सेंटर, 101 कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, और राज्य के 41 उप-खंड अस्पतालों में से 31 गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। कुल प्रारंभिक नुकसान लगभग 780 करोड़ रुपये का अनुमानित है।
बलबीर सिंह ने कहा, "इस अभूतपूर्व विनाश के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी से लेकर आशा वर्कर्स तक, बाढ़ प्रभावित इलाकों में निरंतर सेवा दे रहे हैं। हमारी मेडिकल टीमें हर संभव साधन—एंबुलेंस, नाव या हेलीकॉप्टर—का उपयोग कर जरूरतमंदों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही हैं।"
उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर नुकसान का विवरण साझा किया है और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए तत्काल वित्तीय सहायता की मांग की है। अब वे सीधे प्रधानमंत्री से अपील कर रहे हैं, जो मंगलवार को पंजाब का दौरा करेंगे।
मंत्री ने कहा, "पंजाब की ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ टूट चुकी है। यह सिर्फ इमारतों का नुकसान नहीं है, बल्कि जीवन रक्षक उपकरणों, आवश्यक दवाओं और उन सुविधाओं का नुकसान है, जहाँ लाखों लोग स्वास्थ्य सेवाएँ लेते हैं। हम प्रधानमंत्री के दौरे का स्वागत करते हैं, लेकिन हमें केवल सद्भावना नहीं, बल्कि ठोस सहायता चाहिए। हमें तत्काल कम से कम 20,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय मदद चाहिए ताकि महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अवसंरचना का पुनर्निर्माण और राज्य का व्यापक पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।"
बलबीर सिंह ने केंद्र पर रुके हुए 60,000 करोड़ रुपये की धनराशि जारी करने की मांग को भी दोहराया, जो पंजाब की बाढ़ प्रभावित अर्थव्यवस्था के समग्र पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली ही जनता की पुनःस्थापना और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आधारभूत है।
उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की "संकीर्ण दृष्टि" पर सवाल उठाया और प्रधानमंत्री से पंजाब की गंभीर स्थिति को व्यापक और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टि से देखने की अपील की।
बलबीर सिंह ने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि आप नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इस संकट के दौरान जनता के साथ खड़ी है और स्वास्थ्य प्रणाली को फिर से सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक राहत और सहायता सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम स्तर पर लगातार प्रयास करेगी।
साथ ही, मंत्री ने एनजीओ और स्वयंसेवकों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से सहयोग और समर्थन प्रदान किया।