आइज़ॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मिजोरम में बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे, जो राज्य की राजधानी आइज़ॉल को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी।
प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका राज्य का दूसरा दौरा है। इस अवसर पर मोदी आइज़ॉल से राजधानि एक्सप्रेस को फ्लैग ऑफ करेंगे और हाईवे, ऊर्जा एवं खेल संरचना से जुड़े कई अन्य विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुबह 9 बजे लंगपुई हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे और फिर हेलिकॉप्टर के माध्यम से आइज़ॉल के थुआम्पुई हेलिपैड जाएंगे। इसके बाद सुबह 10 बजे लमुआल में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे और परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। मौसम की स्थिति के अनुसार कार्यक्रम स्थल में बदलाव भी हो सकता है।
सुरक्षा: पीएम के दौरे के मद्देनज़र मिजोरम में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मोदी आइज़ॉल में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन: यह परियोजना 8,070 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई है और मिजोरम की राजधानी को पहली बार भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ती है। इस लाइन में जटिल भौगोलिक परिस्थितियों में 48 सुरंगें और 55 बड़े पुल बनाए गए हैं। 51.38 किलोमीटर लंबी यह ब्रॉड-गेज रेलवे लाइन केंद्र की एक्ट ईस्ट नीति का हिस्सा है। यह आइज़ॉल को असम के सिलचर शहर और देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी।
प्रधानमंत्री मोदी सैरांग (आइज़ॉल)-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) राजधानि एक्सप्रेस, सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस को भी फ्लैग ऑफ करेंगे। सैरांग रेलवे स्टेशन आइज़ॉल से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थित है।
प्रभाव: इस नई कनेक्टिविटी से अस्पतालों, विश्वविद्यालयों और बाजारों तक पहुंच आसान होगी, जिससे शैक्षिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध मजबूत होंगे। इससे रोजगार सृजन और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अन्य परियोजनाएँ: मोदी 500 करोड़ रुपये की आइज़ॉल बायपास रोड का शिलान्यास करेंगे, जो शहर के ट्रैफिक को कम करने और लुंगलेई, सियाहा, लावंगतलाई, लंगपुई हवाई अड्डा और सैरांग रेलवे स्टेशन से कनेक्टिविटी बेहतर बनाने में मदद करेगी।
इसके अलावा, वे खेल विकास के लिए खेलो इंडिया मल्टीपर्पज इंडोर हॉल का शिलान्यास करेंगे और मुअलखांग में 30 TMTPA क्षमता वाली LPG बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखेंगे, जिससे मिजोरम और पड़ोसी राज्यों में रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री मोदी राज्य के कई स्कूलों का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे शिक्षा क्षेत्र को और सुदृढ़ किया जा सके।