पीएम मोदी ने पटना में रोड शो किया, डिप्टी CM विजय सिन्हा के घर के लिए हुए रवाना

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 29-05-2025
PM Modi holds roadshow in Patna
PM Modi holds roadshow in Patna

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को पटना में रोड शो किया. बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और उन्होंने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया. पीएम मोदी ने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया, जिनमें से कई तिरंगा लिए हुए थे. उन्होंने नारे भी लगाए.
 
मार्ग के किनारे रहने वाले लोग पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए छतों और बालकनियों पर आ गए. इससे पहले, पीएम मोदी ने गुरुवार शाम को पटना में जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया. पीएम मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू भी थे. लगभग 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बना यह टर्मिनल सालाना एक करोड़ यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा.
 
 
प्रधानमंत्री बिहटा हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला भी रखेंगे, जो 1,410 करोड़ रुपये की परियोजना है जिसका उद्देश्य पटना के पास तेजी से बढ़ते शैक्षणिक और आवासीय क्षेत्रों की सेवा करना है. 30 मई को प्रधानमंत्री बिहार के काराकाट का दौरा करेंगे, जहां वे 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. औरंगाबाद जिले में नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के चरण-II (3x800 मेगावाट) की आधारशिला रखना एक प्रमुख आकर्षण है, जिसकी कीमत 29,930 करोड़ रुपये से अधिक है.
 
 इस परियोजना से क्षेत्र में बिजली उत्पादन, औद्योगिक विकास और रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री मोदी एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग (एनएच-319बी) को छह लेन का बनाने, रामनगर-कच्ची दरगाह खंड (एनएच-119डी) और बक्सर तथा भरौली के बीच एक नए गंगा पुल सहित प्रमुख सड़क अवसंरचना पहलों की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा, वे एनएच-22 के पटना-गया-डोभी खंड को चार लेन का बनाने और एनएच-27 पर गोपालगंज टाउन में सड़क उन्नयन का उद्घाटन करेंगे. रेल क्षेत्र में, प्रधानमंत्री सोन नगर और मोहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसका निर्माण 1,330 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है, जिसका उद्देश्य रेल क्षमता और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाना है.