आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सशस्त्र बलों (आईएएफ) का पराक्रम बताते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि यह ऑपरेशन देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है.
एएनआई से बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं और अपने देश की रक्षा करना अच्छी तरह जानता है. "हमने उन्हें (आतंकवादियों को) उनके घर में 100-200 किलोमीटर अंदर घुसकर मारा है. पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं हुआ है. ऑपरेशन सिंदूर हमारी सेना का पराक्रम है. यह देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है और यह नए भारत की सेना है. भारत अपनी सीमाओं और अपने देश की रक्षा करना जानता है," उन्होंने एएनआई से कहा.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोगों की मौत हो गई थी. योग गुरु बाबा रामदेव ने आगे कहा कि भारत स्वभाव से ही हिंदू राष्ट्र है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनका लक्ष्य दुनिया के 500 करोड़ लोगों को योग, अध्यात्म और सनातन के मूल्यों से जोड़ना है. बाबा रामदेव ने कहा, "भारत स्वभाव से ही हिंदू राष्ट्र है और जो लोग खुद को मुसलमान, ईसाई या किसी अन्य नाम से पुकारते हैं, उनके पूर्वज भी हिंदू, भारतीय और प्रकृति व संस्कृति के उपासक थे.
यह परम सत्य है. अब धीरे-धीरे सभी लोग इस पर विश्वास करने लगे हैं... आने वाले समय में हमारा लक्ष्य पूरी दुनिया के 500 करोड़ से अधिक लोगों को योग, आध्यात्म और सनातन धर्म के मूल्यों से जोड़ना है और यह सनातन धर्म की विश्व विजय यात्रा है।" इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को बढ़ावा देने के आह्वान का समर्थन करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने नागरिकों से स्वदेशी वस्तुओं और सेवाओं को पूरे दिल से अपनाने का आह्वान किया था, ताकि एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण किया जा सके.
स्वदेशी आंदोलन के आर्थिक आयाम पर प्रकाश डालते हुए रामदेव ने नागरिकों से चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह किया. मंगलवार को एएनआई से बात करते हुए रामदेव ने कहा, "लोगों को पीएम मोदी के स्वदेशी उत्पादों के आह्वान का समर्थन करना चाहिए क्योंकि पीएम मोदी स्वदेशी उत्पादों के उद्देश्य को हासिल करना चाहते हैं. 'विकसित भारत' के नारे के साथ देश को आर्थिक और आध्यात्मिक महाशक्ति बनाना चाहते हैं. इसे हासिल करने के लिए हमें चीन, अमेरिका और यूरोप के उत्पादों का बहिष्कार करना होगा. जिस दिन भारत स्वदेशी का इस्तेमाल करना शुरू करेगा, हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो जाएगी और डॉलर, पाउंड और यूरो के मुकाबले भारतीय रुपया भी मजबूत हो जाएगा.
उन्होंने स्वास्थ्य सेवा में पारंपरिक भारतीय प्रथाओं को अपनाने के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, "स्वास्थ्य क्षेत्र में हमें आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाना चाहिए." रामदेव ने भारतीयों से विदेशी देशों की यात्रा पर पुनर्विचार करने की भी अपील की, खासकर उन देशों की, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि वे भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. "हमें विदेशी देशों, खासकर तुर्की जैसे देशों की यात्रा करने से बचना चाहिए.