राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
ऋषियों-मुनियों-संतों-आचार्यों-देवताओं और पीरों-फकीरों-मुर्शिदों की इस धरा पर विश्व कौटुम्बकं, लकुम दीनकुम वलिय दीन, समावेशी भारत, सुरक्षित-सशक्त-सुविकसित-संपन्न-स्वस्थ भारत और गंगा-जमुनी तहजीब का सपना आंखों में संजोए एक अंकुर आज दिवस को ही प्रस्फुटित हुआ - ‘आवाज-द वॉयस’. हिंदी, आंग्ल, उर्दू और असमिया - चार भाषाओं में यह न्यूज पोर्टल, यूट्यूब चैनल और रेडियो ‘एक साल-बेमिसाल’ के साथ द्वितीय वर्ष में प्रवेश कर चुका है. हमारे सुधि पाठकों और दर्शकों की ओर से हमें मुबारकबाद समेत प्रतिक्रियाएं मिली हैं, जिन्हें हम यहां जस की तस परोस रहे हैंः
आवाज-द वॉयस गंगा-जमुनी तहजीब की सानी है और अपने मल्टी मीडिया प्लेटफार्म से ऐसी आवाज पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, जो इस तहजीब की न सिर्फ हिफाजत कर सके, बल्कि और आगे बढ़ा सके. मुबारकबाद.
- डॉ. हलीमा सादिया, सामाजिक कार्यकर्ता
मौजूदा दौर में अवाम और हुक्मरां सच सुनने के आदी नहीं हैं. इन हालात के अंदर सदाकत को अंजाम देना मुश्किल काम हो गया है, लेकिन हमारे लिए खुशी की बात है कि आज भी हमारे दरम्यां कुछ ऐसे इदारे, अखबारात, रिसाले, चौनल्स और पोर्टल हैं, जो अवाम के सामने सच्चाई रख रहे हैं. आवाज-द वॉयस इस कड़ी में एक बड़ा नाम है.
- सुप्रसिद्ध लेखक कमल देवबंदी के ताससुरत, सहारनपुर
खबरों की दुनिया में एक चौनल आवाज-द वॉयस को एक साल पूरा हो गया है. बधाई के साथ उम्मीद करते हैं कि आप हिंदुस्तान की खबरों को खबर के ही अंदाज में पेश करते रहेंगे.
- गिरींद्र नाथ झा, प्रसिद्ध लेखक
न्यूज वेबसाइट आवाज-द वॉयस समावेशी हिंदुस्तान और हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए काम करती है, उसके इस नेक काम के लिए और सालगिरह पर बधाई देती हूं. ये अपने नेक मकसद को पूरा करते हुए कामयाबी की बुलंदियों को छुए, यही कामना करती हूं.
- ममता सिंह देवा, मशहूर मूर्तिकार
बहुत कम अरसे में न्यूज पोर्टल की दुनिया में आवाज-द वॉयस ने मुकाम और मर्तबा हासिल किया है. खबरों का इंतखाब हो, ताजी रिपोर्ट हो, मुल्को-मिल्लत के मसाइल पर तबादला-ए-खयाल हो, आवाज-द वॉयस ने काबिले-कद्र मुकाम हासिल किया है. उम्मीद करता हूं कि सदाकत का ये सिलसिल जारी ही रहेगा.
- डॉ शहाबुद्दीन साकिब, महासचिव, खिदमत एखलाक ट्रस्ट ऑफ इंडिया
इस वेबसाइट में अच्छे आर्टिकल और अच्छे लोगों के इंटरव्यूज छपते हैं. मेरी दिली ख्वाहिश है कि यह इसी तरह समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देती रहे. शुभकामनाएं.
- वसीम अकरम, युवा लेखक
सदाकत जम्हूरियत का एक अहम सुतून और वक्त की जरूरत है. आवाज-द वॉयस के एक साल पूरे होने पर पूरी टीम को मुबारकबाद पेश करता हूं. दुआ करता हूं कि कामयाबी का ये सफर जारी रहे. सदाकत और सच्चाई के साथ मुल्को-मिल्लत की खिदमत करे. मजलूमों की आवाज को उठाएं. अवाम से अपील है कि ऐसे न्यूज पोर्टल की हौसलाअफजाई करें.
- मौलाना मुफ्ती अंसार कासमी, हेड मोदारिस, जमीयतुल कासिम, दारुल उलूम इस्लामिया, सोपोल बिहार,
आवाज-द वॉयस ने कम समय में खासतौर से कानुपर मंडल में अधिक लोकप्रियता हासिल की है. बधाई.
- भैरों सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता, कानपुर
आवाज-द वॉयस का एक साल पूरा होने पर पूरी टीम को हार्दिक बधाई. आशा है कि यह भविष्य में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा.
- दीपक दुबे, कानपुर
आवाज-द वॉयस की पूरी टीम को मुबारकबाद. गंगा-जमुनी तहजीब के लिए की गई आपकी कोशिशें काबिले-तारीफ हैं. आवाज-द वॉयस की तरक्की और कामयाबी के लिए अल्लाताला से दुआ करता हूं.
- अब्दुल रहमान, पूर्व मुख्य प्रबंधक, इलाहाबाद बैंक, नई दिल्ली
आवाज-द वॉयस के चौनल और वेबसाइट के सफलतम एक साल पूरे होने पर मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं हैं. जिस मुस्तैदी से ये लोग राष्ट्रीय अखंडता और सामाजिक सरोकार के लिए काम कर रहे हैं, उम्मीद करते हैं कि आगे भी पूरी टीम इसी लगन और मेहनत से काम करेगी और लोगों की नजरों में खरा उतरेगी.
- रवि भूषण, फिल्म अभिनेता