हिमाचल के बिलासपुर में भूस्खलन से बस दबने की घटना में 15 लोगों की मौत, राहत कार्य जारी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-10-2025
15 people killed in landslide in Bilaspur, Himachal Pradesh; relief work underway
15 people killed in landslide in Bilaspur, Himachal Pradesh; relief work underway

 

शिमला

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर ज़िले में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जब एक प्राइवेट बस पर भारी भूस्खलन की चपेट में आकर वह मलबे में दब गई। हादसे में कुछ अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है।

यह हादसा मंगलवार शाम लगभग 6:40 बजे बरठीं के पास भालूघाट इलाके में हुआ, जब मरोटां से घुमारवीं जा रही एक निजी बस पर पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर पड़ा। उस समय बस में लगभग 25 यात्री सवार थे।

अब तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोग, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है, अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं और उनके बचने की उम्मीद धुंधली होती जा रही है।

मृतकों की पहचान नक्श, आरव, संजीव, विमला, कमलेश, कांता देवी, अंजना, बक्शी राम, नरेंद्र शर्मा, कृष्ण लाल, चुनी लाल, रजनीश, सोनू, शरीफ खान और प्रवीन कुमार के रूप में की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि दो भाई-बहन अरुषि और शौर्य को मलबे से निकाला गया और एम्स बिलासपुर में इलाज चल रहा है।हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, जो उस समय कुल्लू दशहरा में भाग ले रहे थे, रात को ही घटनास्थल पहुंचे और राहत कार्यों का जायज़ा लिया। उन्होंने पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात की।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, "पोस्टमार्टम बरठीं अस्पताल में किया जाएगा और पुलिस की औपचारिक कार्रवाई भी यहीं पूरी की जाएगी ताकि सुबह 10:30 से 11 बजे तक शव परिजनों को सौंपे जा सकें।"

उन्होंने बताया कि इलाके में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही थी और भूस्खलन उसी के कारण हुआ है, हालांकि इसके पीछे की वजह की जांच के लिए मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

उन्होंने कहा, “हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है, जहां युवा पर्वत श्रृंखलाएं हैं और सड़कें, पुल और सुरंगें बड़े पैमाने पर बन रही हैं। ऐसे में यह देखने की जरूरत है कि विकास का मौजूदा मॉडल कितना टिकाऊ है। राज्य ने 2023 से अब तक लगभग ₹20,000 करोड़ का नुकसान झेला है।”

इलाके में सोमवार से रुक-रुक कर बारिश हो रही थी, जिससे पहाड़ी ढलानों की स्थिरता और कमजोर हो गई।इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, जे.पी. नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।

प्रधानमंत्री ने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,“हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

गृहमंत्री अमित शाह ने भी ‘X’ पर लिखा कि एनडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं और राहत एवं बचाव कार्य में लगी हैं।भाजपा विधायक जे.आर. कटवाल, जो मौके पर मौजूद थे, ने पीटीआई को बताया कि मृतकों में बस चालक और परिचालक भी शामिल हैं।

बिलासपुर के एसपी संदीप धवाल ने कहा कि पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर हैं और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।एक प्रत्यक्षदर्शी, जो राहत कार्य में मदद कर रहा है, ने कहा,“पूरी पहाड़ी बस पर आकर गिर गई।”

राजकुमार, जिनके दो बच्चे घायल हैं और एम्स बिलासपुर में इलाज करवा रहे हैं, ने बताया,“मेरी पत्नी और दो बच्चे, और मेरे भाई की पत्नी व दो बच्चे एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी हादसा हुआ। मेरे बच्चे सुरक्षित हैं।”

घटनास्थल से बचाव कार्यों के वीडियो, जिनमें जेसीबी और क्रेनों की मदद ली जा रही है, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और अधिकारियों को बचाव कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू स्वयं राहत और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं और राज्य सरकार पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है।

‘X’ पर खड़गे ने लिखा,“बिलासपुर में बस दुर्घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और उनके साथ खड़े हैं।”कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि यह समाचार अत्यंत पीड़ादायक है।