मुंबई (महाराष्ट्र)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को एक बड़े ड्रग तस्करी नेटवर्क से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जाँच के सिलसिले में मुंबई में आठ जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि ईडी के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत तलाशी ली। अधिकारियों ने कहा, "इस अभियान का उद्देश्य फैसल जावेद शेख और उसकी सहयोगी अल्फिया फैसल शेख द्वारा कथित रूप से चलाए जा रहे अवैध नेटवर्क के माध्यम से अर्जित संदिग्ध ड्रग बिक्री आय का पता लगाना और उसे जब्त करना है।"
ईडी की प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि "फैसल जावेद शेख लंबे आपराधिक रिकॉर्ड वाले कुख्यात ड्रग तस्कर सलीम डोला के माध्यम से एमडी ड्रग्स खरीद रहा था।" कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा वांछित डोला की पहचान नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध ड्रग सिंडिकेट के वित्तपोषण में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में की गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने डोला की गिरफ्तारी में मददगार विश्वसनीय जानकारी देने पर इनाम की घोषणा पहले ही कर दी है।
ईडी की यह कार्रवाई ड्रग से जुड़े धन शोधन पर व्यापक कार्रवाई का हिस्सा है और इसका उद्देश्य मुंबई और आसपास के इलाकों में नशीले पदार्थों के व्यापार को समर्थन देने वाले वित्तीय चैनलों को ध्वस्त करना है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तकनीकी सहायता घोटाले के सिलसिले में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, हरियाणा और मुंबई में 15 परिसरों की तलाशी ली।
दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर शुरू किए गए मामले में एजेंसी की कार्रवाई के तहत धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ये तलाशी ली गईं। ईडी की जाँच से पता चला है कि आरोपी दिल्ली के रोहिणी, पश्चिम विहार और राजौरी गार्डन से कई फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। एजेंसी ने कहा, "ये केंद्र कथित तौर पर प्रतिष्ठित वैश्विक फर्मों के प्रतिनिधि बनकर विदेशी नागरिकों को निशाना बनाते थे।"