रियाद (सऊदी अरब)
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि पाकिस्तान को दोबारा फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में डाला जाना चाहिए ताकि आतंकी संगठनों को मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगाई जा सके।
रियाद में एक संवाद के दौरान बोलते हुए ओवैसी ने दावा किया कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उनका मकसद भारत में अशांति फैलाना और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देना है।
उन्होंने एक तस्वीर का हवाला देते हुए कहा कि इसमें अमेरिका द्वारा घोषित एक आतंकवादी पाकिस्तान के सेना प्रमुख के साथ बैठा दिख रहा है।ओवैसी ने कहा,"जब आसिम मुनीर को पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनाया गया, तब एक अमेरिकी-घोषित आतंकवादी मोहम्मद एहसान उनके साथ बैठे हुए थे। तस्वीरें हैं जिनमें दोनों हाथ मिला रहे हैं। यह आतंकवाद से पाकिस्तान के साफ संबंधों का सबूत है,"
उन्होंने आगे कहा कि"पाकिस्तान को दोबारा FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाना चाहिए। तभी हम इन आतंकवादी संगठनों की टेरर फंडिंग पर लगाम लगा सकते हैं।"
मुंबई हमले की जांच का ज़िक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को सभी सबूत सौंपे थे, लेकिन जब तक वैश्विक दबाव नहीं पड़ा, कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने पहले 26/11 के मुख्य आरोपी साजिद मीर के मारे जाने का दावा किया, लेकिन FATF की कार्रवाई के डर से बाद में खुद स्वीकार किया कि वह जीवित है।
"जब भारत ने जर्मनी में FATF बैठक में साजिद मीर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, तब पाकिस्तान ने कहा कि वह मर चुका है। बाद में उन्होंने खुद कहा कि मीर ज़िंदा है और उसे 5 से 10 साल की सज़ा दी गई है — वो भी आतंकवाद के लिए नहीं, मनी लॉन्ड्रिंग के लिए।"
ओवैसी ने यह भी बताया कि"भारतीय जांच एजेंसियों ने 26/11 हमलों के दौरान हमलावरों और पाकिस्तान स्थित उनके हैंडलरों के बीच की बातचीत रिकॉर्ड की थी। आतंकियों को कहा गया था कि जितने ज्यादा भारतीयों को मारोगे, तुम्हें 'जन्नत' मिलेगी।"
उन्होंने कहा कि"हमारे कानूनी तंत्र ने सभी प्रक्रिया का पालन करते हुए अजमल कसाब को सज़ा-ए-मौत दी। कसाब ने पूछताछ में कई राज़ खोले। हमारे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग है जिसमें पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी, भारत में हमला कर रहे आतंकियों को निर्देश दे रहे थे।"
भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में गए इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक, भाजपा सांसद रेखा शर्मा, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, सिख सांसद सतनाम सिंह संधू, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आज़ाद और वरिष्ठ राजनयिक हर्ष श्रृंगला।
यह प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया के नेताओं से मिलकर भारत के आतंकवाद के खिलाफ रुख, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब और सीमा-पार आतंकवाद के विरुद्ध भारत की नीति से अवगत करा रहा है।
इस यात्रा का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ फैल रहे भ्रम को दूर करना और आतंकवाद के प्रति भारत की "जीरो टॉलरेंस पॉलिसी" को मजबूत तरीके से प्रस्तुत करना है।