Pahalgam terror attack was an attack on the soul of India, our response was decisive: PM Modi
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले महीने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की आत्मा और एकता पर हमला था और इसके बाद चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवादियों के लिए एक ‘‘निर्णायक जवाब’’ था.
उन्होंने कहा कि देश आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट है. उन्होंने कहा कि भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान में आतंकवादी बुनियादी ढांचे और कई ‘एयरबेस’ को नष्ट कर दिया. पहलगाम हमले को भारत में धार्मिक आधार पर लोगों को बांटने का ‘‘जानबूझकर किया गया प्रयास’’ बताते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हमने स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकी हमले के बावजूद भारत एकजुट है, जिसने हमारी कुछ बहनों के सिंदूर मिटा दिए. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. आतंकवादियों ने कथित तौर पर पीड़ितों का धर्म पूछने के बाद उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना से पूरा देश शोकाकुल और आक्रोशित हो गया था.
सिक्किम की स्थापना के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में गंगटोक के पलजोर स्टेडियम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सिक्किम ‘‘राष्ट्र का गौरव’’ है और यहां के लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. प्रधानमंत्री ने खेद जताते हुए कहा कि वह राज्य के स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेना चाहते थे लेकिन खराब मौसम के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका। हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि वह भविष्य में राज्य की यात्रा जरूर करेंगे. प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के बागडोगरा से डिजिटल माध्यम से अपने संबोधन में कहा, ‘‘पहलगाम हमले के मद्देनजर आतंकवादियों के खिलाफ चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत में आतंक फैलाने वालों को करारा जवाब था। पहलगाम में आतंकवादियों ने जो किया वह मानवता पर हमला था और अब हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं.
प्रधानमंत्री ने कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कई अन्य की आधारशिला रखी. मोदी द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाओं में नामची में 500 बिस्तरों वाला जिला अस्पताल, ‘स्वर्ण जयंती मैत्रेय मंजरी’ (व्हाइट हॉल, रिज पार्क में), पेलिंग से सांगाचोलिंग मठ तक एक यात्री रोपवे, ममरिंग में एक गोशाला और गंगटोक जिले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक प्रतिमा की स्थापना शामिल है. उन्होंने पाकयोंग में एक जिला अस्पताल, नाथुला में एक आगंतुक अनुभव केंद्र और सिंगशोर ब्रिज को ‘ग्लास स्काईवॉक’ में बदलने के कार्यों की आधारशिला भी रखी.