आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
आवाज-ए-ख्वातीन ने ओखला विहार स्थित दिल्ली पुलिस पब्लिक लाइब्रेरी में महान भारतीय महिलाओं पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया. जामिया की प्रवेश परीक्षाओं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकालय में आने वाले विनम्र पृष्ठभूमि के छात्रों ने इसमें भाग लिया. प्रश्नोत्तरी में 40 से अधिक छात्रों ने भाग लिया. इस आयोजन से छात्राओं में खासा उत्साह देखा गया, जिसने आवाज-ए-ख्वातीन का मकसद पूरा किया.
दिल्ली पुलिस पब्लिक लाइब्रेरी, दिल्ली पुलिस की एक अनूठी सामुदायिक पुलिसिंग पहल है, जो छात्रों को अपार समर्थन देने के साधन के रूप में काम कर रही है. यूपीएससी के उम्मीदवारों के लिए एक अलग विंग है. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र रिजवान खान मेधावी छात्र हैं, जो इलाके में प्लाज्मा कोचिंग सेंटर चलाते हैं. टॉप 3 पोजीशन होल्डर्स को सर्टिफिकेट बांटे गए. बाकियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र भी दिए गए.
लड़कियां निकट भविष्य में आवाज-ए-ख्वातीन के कौशल विकास कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद कर रही हैं. निर्देशक रत्ना शुक्ला आनंद ने अपने पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन के लिए शिक्षा की तलाश और राष्ट्र की अच्छी मां बनना कितना महत्वपूर्ण है, इस पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करके कार्यक्रम का समापन किया.