नई दिल्ली. कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण दो साल के लंबे अंतराल के बाद दस दिवसीय उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. विसर्जन का पहला दौर शुक्रवार को संपन्न हुआ, जहां कई श्रद्धालु डेढ़ दिन के बाद अपनी मूर्तियों को पानी में विसर्जित कर देते हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास पर पहुंचकर पूजा-अर्चना की.
गणेशोत्सव के महाराष्ट्र में हमेशा भव्य उत्सव हो रहे हैं, वहीं बाकी राज्यों में भी जश्न मनाया जा रहा है. ईदगाह मैदान में गणेश पंडालों को लेकर हुबली और बेंगलुरु में दो विवादों को लेकर बुधवार को सभी की निगाहें कर्नाटक पर टिकी रही हैं. समारोह शुक्रवार को हुबली में समाप्त हुआ और मूर्ति को विसर्जन के लिए ले जाया गया.
महाराष्ट्र में एक महत्वपूण घटनाक्रम सामने आया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. डोभाल ने मुंबई में सीएम के आधिकारिक आवास का दौरा किया, जहां सीएम शिंदे ने एनएसए डोभाल को शाल ओढ़ाकर और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. सीएम आवास पर श्री गणेश चतुर्थी पर गणपति भगवान की प्रतिमा स्थापित की गई थी. यहां 14 दिनी गणपति की रोज पूजा हो रही है. एनएसए डोभाल ने भी यहां पहुंचकर भगवान गणेश का चंदन-वंदन-पूजन किया. डोभाल ने राष्ट्र की सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए गौरी के लाल से आशीर्वाद मांगा.
कर्नाटक के हुबली में ईदगाह मैदान में स्थापित गणेश प्रतिमा को कल विसर्जन के लिए ले जाया गया. इस जुलूस को देशपांडे नगर के ईदगाह मैदान से सदाशिव नगर में विसर्जन स्थल तक सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग पांच घंटे का समय लगा.
इसके अलावा, ठाणे के राबोदी का सात वर्षीय बच्चा शुक्रवार की रात गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए बनाई गई एक कृत्रिम झील में डूब गया. इसी तरह, बेलगावी शहर में दो साल के अंतराल के बाद गणेशोत्सव मनाया जा रहा है. त्योहारों को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं