हिजाब विवाद पर निषाद की टिप्पणी से सियासी घमासान, कांग्रेस–सपा ने माफी और कार्रवाई की मांग की

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 18-12-2025
Nishad's comments on the hijab controversy trigger political uproar; Congress and SP demand apology and action.
Nishad's comments on the hijab controversy trigger political uproar; Congress and SP demand apology and action.

 

लखनऊ

उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद की टिप्पणी को लेकर सियासी विवाद गहराता जा रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान एक महिला का कथित रूप से हिजाब हटाने के मामले में निषाद के बयान पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीखा हमला बोला है और मंत्री से बिना शर्त माफी तथा कार्रवाई की मांग की है।

विवाद बढ़ने के बाद मंत्री संजय निषाद ने बुधवार को सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और उसका गलत अर्थ निकाला गया। उन्होंने कहा, “मेरी टिप्पणी को गलत तरीके से समझा गया। शोर-शराबे और अनुवाद में उसका असली मतलब खो गया।”

निषाद ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए भाषाई और क्षेत्रीय विविधता का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि वह गोरखपुर और भोजपुरी भाषी क्षेत्र से आते हैं, जहां बोलने का अंदाज़ अलग होता है। “भोजपुरी में यह किसी मुद्दे को बेवजह तूल न देने और संयम बरतने की सलाह देने का सामान्य तरीका है। मैंने हिंदी में भी उसी अंदाज़ का प्रयोग किया, मुझे अंदाजा नहीं था कि यह इतना बड़ा विवाद बन जाएगा,” उन्होंने कहा।

मंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणियां हल्के-फुल्के अंदाज़ में थीं और उनका किसी भी महिला, समुदाय या धर्म का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने महिला का हिजाब हटाया नहीं था, बल्कि सरकारी योजना के वास्तविक लाभार्थी की पहचान के लिए ऐसा किया गया। निषाद के मुताबिक, कार्यक्रम से पहले उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना अधिकारियों की जिम्मेदारी थी।

इस बीच, समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता सुमैया राना ने बुधवार को लखनऊ पुलिस में नीतीश कुमार और संजय निषाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि वीडियो क्लिप सामने आने के बाद महिलाओं में गहरी नाराजगी है। सुमैया ने बताया कि उन्होंने कैसरबाग थाने में लिखित शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में सुमैया राना ने कहा कि वह स्वयं हिजाब पहनती हैं और यदि उनके साथ ऐसा होता तो वह चुप नहीं बैठतीं। उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत में मंत्री निषाद की अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणियों का भी उल्लेख किया गया है। उन्होंने पुलिस पर टालमटोल का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले उन्हें एक थाने से दूसरे थाने भेजा गया, हालांकि बाद में शिकायत स्वीकार कर ली गई। सुमैया ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी आंदोलन तेज करेगी।

सपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्री निषाद पहले भी ऐसी “बेहूदा टिप्पणियां” कर चुके हैं। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता डिंपल यादव ने भी उनके बयान की निंदा की है।

उधर, कैसरबाग के सहायक पुलिस आयुक्त रत्नेश सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है और जांच के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां भाजपा और उसके सहयोगियों की “महिला-विरोधी मानसिकता” को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा, “हम बिना शर्त माफी की मांग करते हैं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करेंगे।”

गौरतलब है कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब सोमवार को पटना में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने का वीडियो सामने आया। इसके बाद संजय निषाद ने इस कृत्य का बचाव किया, जिससे विवाद और गहरा गया। बाद में निषाद ने कहा कि यदि किसी को उनके बयान से ठेस पहुंची हो तो वह उसे वापस लेने को तैयार हैं।