आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
‘उत्तर अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन’ (नापा) ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तीन हिंदू लड़कियों के कथित अपहरण और जबरन धर्मांतरण की शुक्रवार को निंदा की तथा उन्हें तत्काल मुक्त करवाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
नापा ने एक बयान में कहा कि स्नेहा कोहली, मीना कोहली और सनम मेघवार नाम की लड़कियों का कथित तौर पर अपहरण किया गया, उन पर दबाव डाला गया और पांच दिनों के भीतर उनका धर्मांतरण करते हुए इस्लाम कबूल करवाया।
संगठन ने कहा कि इस तरह की घटनाएं पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों और खास तौर पर सिंध में हिंदुओं की लगातार असुरक्षा को उजागर करती है।
संगठन के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने कहा कि ऐसे मामले कानून-व्यवस्था और मानवाधिकार संरक्षण की विफलता को दर्शाते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि नाबालिग हिंदू लड़कियों का अक्सर अपहरण किया जाता है, जबरन धर्मांतरण कराया जाता है और दबाव में उनकी शादी करा दी जाती है, इसे उन्होंने स्वतंत्र इच्छा का मामला नहीं बल्कि एक गंभीर अपराध बताया।