आवाज द वाॅयस / मुंबई
मुस्लिम संगठनों की एक बैठक में महाराष्ट्र सरकार से ईद-मिलाद पर जुलूस निकालने की अनुमति देने की मांग की गई है. बैठक मंे विभिन्न मुस्लिम संगठनों के 60से अधिक प्रतिनिधि शरीक हुए.ईद मिलाद-उन-नबी को लेकर सोनापुर, मुंबई में हुई महत्वपूर्ण बैठक में मुंबई, भिवंडी, मुंब्रा, भांडुप, लुंड, कल्याण, राबोरी के मुस्लिम संगठनों के रहनुमाओं ने शिरकत की. बता दें कि सरकार ने कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए धार्मिक और सियासी जलसा-जुलूस के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
इस अवसर पर मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने बाजार, शॉपिंग मॉल, सार्वजनिक स्थान खोल दिए हैं. मस्जिदों और मंदिरों में नमाज और अनुष्ठान शुरू हो गया है. ऐसे में सरकार बताए कि हमारी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जुलूस निकालने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है ? उन्होंने कहा कि हम लोग जुलूस में सरकार की कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन करेंगे.
इस मौके पर कैप्टन ग्रैंड मुफ्ती आजम अलहज मुहम्मद सईद नूरी ने कहा कि जब महाराष्ट्र सरकार दिशा,निर्देशों के साथ स्कूल और धार्मिक स्थल खोल सकती है तो ईद मिलाद-उन-नबी का जुलूस निकालने की भी अनुमति देनी चाहिए.
मौलाना फारूक मिस्बाही ने कहा कि हमारे नेताओं को ईद मिलाद-उन-नबी के जुलूस निकालने को गंभीरता से लेना चाहिए. सरकार से संपर्क कर इसकी अनुमति के लिए जतन करना चाहिए. उन्होंने मुस्लिम नेताओं से सरकार से संपर्क करने की भी अपील की . उन्होंने कहा कि हर साल पैगंबर का जुलूस धूमधाम से निकाला है. महाराष्ट्र सरकार इस बार भी हमें अनुमति दे.