आवाज द वॉया /श्रीनगर
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की जगह लेने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग साल के अंत से पहले केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी में है.
एक शीर्ष सूत्र ने बताया, नकवी आखिरकार जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल पद के लिए शीर्ष पसंद के रूप में उभरे हैं. हाल में लक्षित हत्याओं पर नई दिल्ली में बढ़ती चिंता और बाद में जल्द से जल्द लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार की उत्सुकता के बाद, उनका नाम सामने आया है. उन्हें दोबारा राज्यसभा में नहीं भेजने के भाजपा आलाकमान के फैसलने भी यह संकेत दिए हैं.
उपराज्यपाल का पद मिलने की उनकी संभावना के आलोक में, भाजपा ने हाल के राज्यसभा चुनावों में नकवी को मैदान में नहीं उतारा था.एक सूत्र ने खुलासा किया,“सरकार और पार्टी में उनके व्यापक अनुभव और कश्मीर घाटी में सही संदेश भेजने के लिए उन्हें इस पद के लिए विचार किया गया है. केंद्र राज्य का दर्जा बहाल होने से पहले जम्मू-कश्मीर में एक लोकप्रिय सरकार बनाने के अपने वादे को पूरा करने के लिए गंभीर है.
केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने से पहले मलिक जम्मू-कश्मीर राज्य के अंतिम राज्यपाल थे.एसके सिन्हा से पहले जी.सी. मुर्मू ने अगस्त 2020 में तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक की जगह ली थी.