दिसपुर (असम),
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम आंदोलन के ‘बीर शहीदों’ को समर्पित स्वहीद स्मारक क्षेत्र में श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर यह जानकारी साझा की।
मुख्यमंत्री सरमा ने लिखा कि स्वहीद स्मारक क्षेत्र असम आंदोलन के शहीदों को समर्पित एक स्थायी स्मृति स्थल है और रविवार को प्रधानमंत्री मोदी यहां पहुंचकर उन्हें नमन करेंगे। पोस्ट में एक शहीद परिवार के सदस्य का वीडियो भी साझा किया गया, जिसमें सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के लिए आभार जताया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी 20 और 21 दिसंबर को असम के दौरे पर रहेंगे। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, 21 दिसंबर को सुबह करीब 9:45 बजे वह गुवाहाटी के बोरागांव स्थित स्वहीद स्मारक क्षेत्र पहुंचकर असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। असम आंदोलन छह वर्षों तक चला जनांदोलन था, जिसका उद्देश्य राज्य की पहचान की रक्षा और ‘विदेशी मुक्त असम’ की मांग को लेकर जनसंकल्प को मजबूत करना था।
इससे पहले 20 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे प्रधानमंत्री गुवाहाटी पहुंचेंगे, जहां वह लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। यह नया टर्मिनल लगभग 1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला है और सालाना 1.3 करोड़ यात्रियों की क्षमता रखता है। यह भारत का पहला ‘नेचर-थीम्ड’ एयरपोर्ट टर्मिनल है, जिसकी डिजाइन ‘बैंबू ऑर्किड्स’ थीम पर आधारित है।
21 दिसंबर को ही प्रधानमंत्री असम के डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप जाएंगे, जहां वह असम वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल कंपनी लिमिटेड के अमोनिया-यूरिया प्रोजेक्ट का भूमिपूजन करेंगे। करीब 10,600 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रोजेक्ट किसानों की जरूरतें पूरी करने, आयात पर निर्भरता घटाने और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाएगा।