हैदराबाद
उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने रविवार को कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और उभरती प्रौद्योगिकियों के दौर में मीडिया की भूमिका पहले की तुलना में कहीं अधिक जिम्मेदार हो गई है, क्योंकि अब वास्तविक और फर्जी खबरों में अंतर करना आम लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
रामोजी समूह द्वारा अपने संस्थापक-अध्यक्ष रामोजी राव की स्मृति में दिए जाने वाले प्रथम रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गलत सूचना (मिसइन्फॉर्मेशन) आज के सोशल मीडिया युग की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है।
उपराष्ट्रपति ने कहा,“विज्ञान, खासकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के तेज विकास के कारण असली और नकली खबरों में फर्क करना दिन-ब-दिन कठिन होता जा रहा है। ऐसे समय में मीडिया की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। लोगों को गुमराह होने से बचाना और उन्हें सच्चाई से अवगत कराना मीडिया का महत्वपूर्ण दायित्व है।”
उन्होंने यह भी कहा कि देश को नशा मुक्त बनाने की दिशा में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और पत्रकारिता को समाज हित में अपने प्रभाव का उपयोग करना चाहिए।