लखनऊ
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां के बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल होने की अटकलों को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को कहा कि वह कभी भी किसी से छिपकर नहीं मिलतीं और ऐसी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है।
मायावती ने यह बयान बसपा संस्थापक कांशीराम की 19वीं पुण्यतिथि पर लखनऊ में आयोजित एक रैली के दौरान दिया। माना जा रहा है कि उनका यह बयान उन्हीं अटकलों को खारिज करने के लिए था जिनमें दावा किया जा रहा था कि आजम खां बसपा में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा,“एक महीने से यह अफवाह उड़ाई जा रही है कि एक अन्य दल के वरिष्ठ नेता बसपा में शामिल होने जा रहे हैं। यह भी कहा गया कि वे दिल्ली और लखनऊ में मुझसे मिल चुके हैं। लेकिन मुझे अब तक ऐसी किसी भी मुलाकात की कोई जानकारी नहीं है।”
मायावती ने स्पष्ट करते हुए कहा,“मैं कभी किसी से छिपकर नहीं मिलती। जब भी मुझे किसी से मिलना होता है, मैं खुले तौर पर मिलती हूं।”
हालांकि बुधवार को इन अटकलों पर विराम लग गया जब आजम खां, लगभग 23 महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा होकर बाहर आए और उन्होंने अपने रामपुर स्थित आवास पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया।
आजम खां के जेल में रहते समय सपा नेतृत्व के रवैये से उनकी नाराज़गी की अटकलों के कारण यह चर्चा तेज़ हो गई थी कि वे पार्टी बदल सकते हैं और बसपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन मायावती के ताजा बयान से इन कयासों पर फिलहाल विराम लगता दिख रहा है।