Exhibition of records related to EVMs and other valuable documents related to the governance of India
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
जनरल सैम मानेकशॉ को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की शुरुआत और चुनाव सुधारों तथा भारत की शासन व्यवस्था एवं विकास यात्रा को दर्शाने वाले अन्य बहुमूल्य दस्तावेज शुक्रवार को यहां एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए जाएंगे।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत डॉ. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में ‘सुशासन’ माह के उपलक्ष्य में भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) द्वारा आयोजित ‘सुशासन और अभिलेख 2025’ नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
एनएआई संस्कृति मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है।
मंत्रालय ने कहा कि प्रदर्शनी में विभिन्न मंत्रालयों के बहुमूल्य अभिलेख प्रस्तुत किए जाएंगे, जो भारत की शासन व्यवस्था और विकास यात्रा को दर्शाएंगे।
इसमें राष्ट्रपति सचिवालय से प्राप्त प्रमुख दस्तावेजों में जनरल एस.एच.एफ.जे. ‘सैम’ मानेकशॉ को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने संबंधी अभिलेख तथा संबंधित प्रमुख रस्मी दस्तावेज भी शामिल होंगे।
मंत्रालय ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के संग्रह से ईवीएम की शुरुआत और चुनाव सुधारों को प्रदर्शित किया जाएगा, जबकि गृह मंत्रालय से विजय दिवस समारोह और पंचायती राज की उन्नति से संबंधित दस्तावेज लिए जाएंगे।
टिहरी बांध और सरदार सरोवर बांध जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर विद्युत मंत्रालय के रिकॉर्ड भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संसदीय कार्य मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, विधि एवं न्याय मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, रेल मंत्रालय और भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार सहित अन्य भाग लेने वाले मंत्रालय और विभाग, रेलवे क्षेत्र में विधायी सुधारों, व्यापार समझौतों, जल संसाधन प्रबंधन, कानूनी विकास, अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और प्रौद्योगिकीय नवाचार को दर्शाते हुए प्रमुख दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे।