मथुरा (उत्तर प्रदेश)
मथुरा के ज़िलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने मंगलवार को बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए भीषण बहु-वाहन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है।ज़िलाधिकारी के अनुसार, मृतकों में एक प्रयागराज, एक गोंडा और एक आज़मगढ़ का रहने वाला है। अन्य मृतकों की पहचान के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल सभी 60 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
ज़िलाधिकारी ने इस दर्दनाक सड़क हादसे की मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त ज़िलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) दुर्घटना के कारणों और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के उपायों से संबंधित जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस द्वारा प्राथमिकी (एफ़आईआर) दर्ज की जा रही है।
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे का संज्ञान लिया है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
यह हादसा मंगलवार सुबह यमुना एक्सप्रेसवे पर बलदेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत माइलस्टोन 127 पर हुआ। 11 वाहनों की आपस में टक्कर के बाद उनमें से 10 वाहनों में भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए कम से कम 14 दमकल गाड़ियों को लगाया गया, जिन्होंने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया। चार घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आगरा–नोएडा एक्सप्रेसवे पर यातायात बहाल कर दिया गया।
मथुरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राधा वल्लभ टोडाऊ ने बताया कि मृतकों की पहचान डीएनए सैंपल के ज़रिये की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शवों की कुल संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है और पूरा मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा,“हाइवे पर कई बसों की आपस में टक्कर से यह दुर्घटना हुई, जिसके बाद आग लग गई। फिलहाल शवों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। यहां पोस्टमार्टम किया जा रहा है। दो टीमें काम कर रही हैं और हमारा पूरा मेडिकल स्टाफ पूरी तरह तैनात है।”
डॉ. वल्लभ ने आगे बताया कि सभी शवों की पहचान डीएनए सैंपल के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आधिकारिक ‘पंचनामा’ अभी नहीं आया है, इसलिए शवों की सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हो सकी है।
उन्होंने कहा,“सभी शवों की पहचान डीएनए सैंपल से की जाएगी। यहां आए शवों का आधिकारिक पंचनामा अभी नहीं हुआ है, इसलिए इस समय हमें यह नहीं पता कि कुल कितने शव हैं।”पुलिस के अनुसार, घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से यमुना एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 127 के पास यह हादसा हुआ।