हैदराबाद
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) के शिक्षा और प्रशिक्षण विभाग ने हिंदी सेल के सहयोग से 15 सितंबर 2025 को हिंदी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय था, “हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के साथ उसका सम्बन्ध।”
मुख्य अतिथि, प्रोफेसर इश्तियाक अहमद, रजिस्ट्रार, ने कहा कि भारत, जहां भाषाओं और संस्कृतियों की विविधता है, वहां हिंदी के प्रति एक गहरा प्रेम पाया जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदी को सभी क्षेत्रों और संस्कृतियों में समान रूप से सराहा जाता है।
प्रोफेसर वनजा एम., डीन, स्कूल ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षकों की भूमिका पर ज़ोर दिया कि वे भाषाई विविधता का सम्मान करते हुए हिंदी में दक्षता बढ़ाने पर ध्यान दें। प्रोफेसर सिद्दीकी मोहम्मद महमूद, OSD, MANUU ने कहा कि भाषा सिर्फ संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह पहचान और संस्कृति का प्रतीक भी है।
प्रोफेसर सैयद नजामुल हसन, अध्यक्ष, ऑफिसियल लैंग्वेज इम्प्लीमेंटेशन कमिटी ने संवैधानिक प्रावधानों और हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर करन सिंह उतवाल, विभाग ऑफ हिंदी ने भारतीय संविधान में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने के ऐतिहासिक पहलुओं पर चर्चा की। प्रोफेसर शाहीन अल्ताफ शेख ने हिंदी और उर्दू के बीच सांस्कृतिक संबंध पर ध्यान आकर्षित करते हुए छात्रों को हिंदी साहित्य को जीवित रखने की शपथ दिलाई।
डॉ. शगुफ्ता परवीन, हिंदी अधिकारी ने कहा कि हिंदी राष्ट्र को “एकता में विविधता” की भावना से जोड़ती है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी मान्यता भी बढ़ी है। डॉ. मोहम्मद मुस्तफा अली सरवारी, एसोसिएट प्रोफेसर, MCJ ने कहा कि MANUU को भी हिंदी को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि भविष्य में इसकी उपलब्धियों को गर्व से प्रस्तुत किया जा सके।
डॉ. अश्वनी, एसोसिएट प्रोफेसर ने स्वागत भाषण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) में बहुभाषावाद पर बल देने की जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंतर्गत निबंध लेखन और कविता पाठ प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। इसके अलावा, पारंगत परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को भी सम्मानित किया गया।
डॉ. शेख एहतेशामुद्दीन ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। डॉ. फिरदौस तबस्सुम, डॉ. अशरफ़ नवाज़, डॉ. उम्म सलमा, डॉ. सबा खातून, डॉ. रुबिना और डॉ. शेख एहतेशामुद्दीन ने कार्यक्रम का सफल समन्वय किया।