अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना हुए लखनऊ के शुभांशु शुक्ला, लिखा नया अध्याय

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 25-06-2025
Lucknow's Shubhanshu Shukla left for space travel, wrote a new chapter
Lucknow's Shubhanshu Shukla left for space travel, wrote a new chapter

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर (केएससी) से ‘स्पेसएक्स फाल्कन 9’ रॉकेट में सवार होकर बुधवार को अंतरिक्ष के लिए रवाना होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के लखनऊ के गौरवशाली इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया.

‘सिटी मॉन्टेसरी स्कूल’ (सीएमएस) में शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना होने का सीधा प्रसारण देख रहे लोगों के लिये यह एक यादगार सुबह थी और इस दौरान यहां मौजूद लोग ‘हिप हिप हुर्रे’ कह रहे थे और उन्होंने भांगड़ा नृत्य भी किया. लखनऊ के रहने वाले शुक्ला ने जैसे ही ‘स्पेसएक्स फाल्कन 9’ रॉकेट में सवार होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी, वैसे ही उनके अपने लोगों की आंखों से आंसू बह निकले. रॉकेट के आसमान में प्रवेश करते ही ग्रुप कैप्टन शुक्ला 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए. लखनऊ के कानपुर रोड स्थित ‘सिटी मोंटेसरी स्कूल’ के ‘वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर ऑडिटोरियम’ में इस पल का सीधा प्रसारण देख रहे शुक्ला के परिजन भावुक हो गये.
 
वर्ष 1984 में राकेश शर्मा ने सोयूज अंतरिक्ष यान में सवार होकर इतिहास रचा था, जिसके 41 वर्ष बाद शुभांशु शुक्ला ने यह कारनामा कर दिखाया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अभियान को ‘ऐतिहासिक उपलब्धि’ बताते हुए शुभांशु को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर बधाई संदेश में कहा, “भारत के लिए गौरव का क्षण। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर ‘एक्सिओम मिशन 4’ के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को हार्दिक बधाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में इस अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन में भारत की भागीदारी वैज्ञानिक उन्नति और वैश्विक सहयोग के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है.  आगे के सफल मिशन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद!”
 
मेहमानों से भरा सभागार ‘स्पेसएक्स फाल्कन 9’ रॉकेट के रवाना होते ही जिंदगी में पहली बार ऐसे नजारे को देख रहे विद्यार्थियों की भीड़ की तालियों और ‘हिप हिप हुर्रे’ से गूंज उठा. शुभांशु के भावुक माता-पिता और रिश्तेदारों की आंखों में आंसू आ गए। जैसे ही रॉकेट ने उड़ान भरी, शुक्ला के माता-पिता, शिक्षक और छात्र खुशी से भांगड़ा नृत्य करने लगे.
 
शुभांशु के पिता शंभू शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “यह न केवल हमारे लिए बल्कि हमारे देश के लिए भी एक महान क्षण है। हम इस समय क्या कह सकते हैं, मेरे पास अब शब्द नहीं हैं। मेरा आशीर्वाद हमेशा मेरे बेटे के साथ है. शुभांशु को उनकी ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा पर बधाई देने वाले पोस्टर पूरे लखनऊ में लगे हुए हैं, वहीं सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने ‘व्योमोत्सव’ का आयोजन कर ऑडिटोरियम परिसर को एक जीवंत ‘मिनी स्पेस सेंटर’ में बदल दिया. शुभांशु शुक्ला की भावुक मां आशा शुक्ला ने कहा, “इस समय मेरे पास कहने के लिए और कुछ नहीं है. मैं बहुत खुश हूं. मुझे पता है कि वह सफल होगा। हम गर्व से अभिभूत हैं। हमारे बेटे ने इतिहास रच दिया है. हालांकि मैं एक सफल अभियान के बाद उसके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं, लेकिन मुझे यह भी पता है कि धरती पर वापस लौटने के बाद भी उसे हमारे बीच आने में कुछ समय लगेगा.
 
शुभांशु की बहन शुचि शुक्ला ने ‘पीटीआई-वीडियो’ सेवा से कहा, “मेरे माता-पिता ने आज प्रार्थना के साथ दिन की शुरुआत की। हमने सुबह शुभांशु से भी बात की। वह आश्वस्त, शांत और खुश था कि जिस पल के लिए उसने इतने लंबे समय से तैयारी की थी, वह आखिरकार आ गया। वह कुछ घबराया हुआ जरूर था लेकिन उसने यह जाहिर नहीं किया। वह ऐसा ही है. उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि शुभांशु की यात्रा देश भर में कई और शुभांशुओं को प्रेरित करेगी। यह हर भारतीय के लिए बहुत गर्व का क्षण है. वर्ष1985 में लखनऊ में जन्मे और सिटी मोंटेसरी स्कूल की अलीगंज शाखा में बारहवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त करने वाले शुभांशु ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 2006 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए.
 
उन्हें 2019 में भारत के गगनयान मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम के लिए चुना गया और बाद में एएक्स-4 के लिए पायलट के रूप में चुना गया. शुभांशु, नासा के वरिष्ठ डॉक्टर पैगी व्हिटसन (मिशन कमांडर) और हंगरी व पोलैंड के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ 14-दिवसीय अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना हुए हैं. ‘सिटी मोंटेसरी स्कूल’ की संस्थापक-निदेशक डॉ. भारती गांधी ने कहा, “कई विद्यार्थियों ने हमें गौरव दिलाया है, लेकिन शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा हमेशा हर भारतीय बच्चे के लिए संभावना की किरण के रूप में चमकती रहेगी.
 
सीएमएस की अध्यक्ष और प्रबंधक गीता गांधी किंगडन ने कहा, “हमारी कक्षाओं में एक जिज्ञासु युवा शिक्षार्थी से लेकर एक अंतरिक्ष यात्री तक शुक्ला की कहानी हमारे स्कूल के विश्व एकता और शांति के लिए शिक्षा के मिशन को खूबसूरती से दर्शाती है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बाद में शुक्ला परिवार से उनके घर पर मुलाकात की और उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी. पाठक ने शुभांशु के पिता को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित करते हुए कहा, “यह हम सभी के लिए बहुत गर्व का दिन है. आज पूरी दुनिया लखनऊ के बेटे, उत्तर प्रदेश के बेटे को देख रही है और आप (शुभांशु के माता-पिता) ने इस दिन को संभव बनाया है.