खरगोन हिंसाः गृह मंत्री बोले मुस्लिम समाज की परेशानियां दूर करेंगे

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 13-04-2022
मध्य प्रदेशः खरगोन हिंसा मामले में शाहर काजी के नेतृत्व में उमेमा ने डीजीपी से मिलकर कहा-यह एकतरफा कार्रवाई है
मध्य प्रदेशः खरगोन हिंसा मामले में शाहर काजी के नेतृत्व में उमेमा ने डीजीपी से मिलकर कहा-यह एकतरफा कार्रवाई है

 

अपडेटः

समयः 11.03 सायं, 13 अप्रैल, 222

भोपाल. खरगोन विवाद को लेकर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वे मुस्लिम समाज की परेशानियां दूर करेंगे.

खरगोन विवाद में भोपाल के शहर काजी और मुस्लिम समाज के लोग नरोत्तम मिश्रा से मिले थे. उन्होंने प्रशासन के मकान तोड़ने की घटनाओं पर चिंता जताई. मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि रमजान में चल रहे कर्फ्यू में मुस्लिम परिवार दिक्कत में हैं, इस परि मिश्रा ने परेशनियां दूर करने का भरोसा दिलाया.

 
गुलाम कादिर/ भोपाल
 
एक तरफ जहां मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा को लेकर सियासत चल रही है. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा उपद्रवियों के नाम पर कार्रवाई की जा रही है. अधिकारियों ने सभी उपलब्ध पुलिस बलों, विशेष सेवाओं और सेना की मौजूदगी में कार्रवाई करते हुए कई मकान-दुकान ढहा दिए. करीब सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

मध्य प्रदेश के मुस्लिम वर्ग ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताया है.इस बीच भोपाल शहर के काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी के नेतृत्व में धार्मिक विद्वानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के डीजीपी से मुलाकात की और प्रशासन पर हिंसा के नाम पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया.
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धर्मगुरुओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि खरगोन प्रशासन घरों को गिराने पर रोक लगाए. पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की गई. उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खरगोन मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए गृह मंत्री और मंत्रालय में पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इस अवसर पर राज्य स्तर पर सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए.
 
 उलेमा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि खरगोन प्रशासन घरों को गिराने पर रोक लगाए. पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की गई.भोपाल शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि खरगोन मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में हुई हिंसा की सभी घटनाओं के संबंध में डीजीपी मध्य प्रदेश के विद्वानों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. 
 
अगर कोई शरारती तत्व शांति भंग करता है या सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन जो निर्दोष हैं उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए. केवल मुसलमानों के नाम पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.
 
जब शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी से पूछा गया कि अब तक 95 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और 14 लोगों के घर गिराए गए हैं, तो क्या आप इसे सही मानते हैं? तो उन्होंने जवाब दिया कि हमारी जानकारी के अनुसार यहां कोई न्याय नहीं हुआ, इसलिए हमने डीजीपी से मुलाकात की. उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और किसी भी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
 
उन्होंने कहा कि हमने पत्थरबाजी के मामले की जांच की भी मांग की है. जो इसके दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए और जो इस साजिश के पीछे हैं उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए.उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खरगोन हिंसा पर गृह मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया.
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कहना है कि शांति पर हिंसा की इजाजत नहीं दी जा सकती. गड़बड़ी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हनुमान जयंती और ईद का त्योहार भी है. सभी अपने जिले पर कड़ी नजर रखें ताकि किसी भी बदमाश को किसी समुदाय को प्रताड़ित करने का मौका न मिले. हिंसा करने वालों पर मुकदमा चलाया जाएगा और जुर्माना लगाया जाएगा.