देहरादून
रविवार को केदारनाथ के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे के सिलसिले में कथित लापरवाही के लिए हेलिकॉप्टर सेवा संचालन फर्म आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस हादसे में दो साल के बच्चे और पायलट समेत सभी सात लोगों की मौत हो गई थी।
गौरीकुंड और त्रियुगीनारायण के बीच गौरी माई खर्क के जंगलों में खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ बेल 407 हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का था।
पुलिस ने बताया कि आर्यन एविएशन के जवाबदेह प्रबंधक कौशिक पाठक और प्रबंधक विकास तोमर के खिलाफ सोनप्रयाग थाने में बीएनएस और एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला हिमालय मंदिर के पास स्थित एक छोटे से कस्बे फाटा में तैनात राजस्व पुलिस उपनिरीक्षक राजीव नखोलिया की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
शिकायत में कहा गया है कि आर्यन एविएशन को 15 जून को हेलिकॉप्टर संचालन के लिए सुबह 6 से 7 बजे का पहला स्लॉट आवंटित किया गया था, जबकि यह दुर्घटना उससे पहले सुबह 5:30 बजे हुई।
इसके अलावा, सुबह से ही आसमान में बादल और कोहरा होने के बावजूद हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने से पहले मौसम की स्थिति की जांच नहीं की गई।
शिकायत में कहा गया है कि डीजीसीए और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा जारी एसओपी की अनदेखी की गई, जबकि कंपनी प्रबंधकों को अच्छी तरह पता था कि ऐसा करने से जान-माल का नुकसान हो सकता है।
शिकायत में कहा गया है कि ऐसा करके आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रबंधकों ने अपनी जिम्मेदारियों के प्रति घोर लापरवाही दिखाई, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।