Karnataka minister Patil invited the protesting sugarcane farmers to meet with the Chief Minister.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कर्नाटक के मंत्री एच. के. पाटिल ने फसल के दाम प्रति टन 3,500 रुपये तय करने की मांग कर रहे गन्ना किसानों के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से बेंगलुरु में मुलाकात के लिए आमंत्रित किया है।
हालांकि किसान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से बेंगलुरु में मिलने से इनकार करते हुए कहा कि यदि राज्य सरकार बृहस्पतिवार शाम तक ऊंची दर की घोषणा कर देती है तो वे आंदोलन खत्म कर देंगे।
‘गुरलापुर क्रॉस’ में किसानों का आंदोलन सात दिन से जारी है और यह बेलगावी, बागलकोट, हावेरी समेत उत्तर कर्नाटक के कई जिलों में फैल गया है।
कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री पाटिल ने सरकार की ओर से किसानों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के लिए बेंगलुरु आने के लिए मनाने की कोशिश की।
इस आंदोलन को विभिन्न किसान संगठनों, विपक्षी दल भाजपा, छात्रों और अन्य समूहों का समर्थन है। बताया जा रहा है कि आंदोलनकारी किसानों ने बेलगावी क्षेत्र की कुछ प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध किया और टायर व पुतले जलाकर विरोध जताया।
किसानों की मांग सुनने के बाद मंत्री पाटिल ने कहा कि वह बृहस्पतिवार शाम को मुख्यमंत्री के साथ बैठक आयोजित करने के लिए तैयार हैं और अंतिम निर्णय शुक्रवार दोपहर तक ले लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘सात नवंबर की सुबह चीनी मिलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी, उसके बाद अधिकारियों के साथ चर्चा होगी। उनसे सुझाव लेने के बाद सात नवंबर को अपराह्न दो बजे तक सरकार का निर्णय आपको बता दिया जाएगा, जो ज्यादातर किसानों के पक्ष में होगा।’’
किसानों की ओर से श्री शशिकांत गुरुजी ने कहा कि किसान तभी आंदोलन वापस लेंगे जब राज्य सरकार बृहस्पतिवार शाम तक कीमत बढ़ाने की घोषणा कर देगी।